ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग, 13 जिलों में आज महिला रैली


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जयपुर। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति की ओर से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने के लिए 7 मई को पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में महिला रैली निकाली जाएंगी। इस दौरान  हर जिले में कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे और ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की पुरजोर ढंग से मांग की जाएगी।

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना ने बताया कि पूर्वी राजस्थान में पानी का भीषण संकट गहराया हुआ है। भूमिगत जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है, जिससे पेयजल और सिंचाई की बडी समस्या से आमजन त्रस्त है। 13 जिले के किसान इस समस्या के समाधान के लिए काफी समय से सरकार से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। ग्रामीण परिवारों में पानी की समस्या से महिलाओं को ही सर्वाधिक सामना करना पडता है। ऐसे में ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने के लिए 7 मई को सभी 13 जिलों में महिला रैली का आगाज किया गया है। जिला और उपखंड स्तर पर निकलने वाली इन रैलियों में महिलाएं बडी संख्या में शामिल होकर ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने की मांग बुलंद करेंगी।

करौली जिले में यह रैली टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के गांवों में बडे स्तर पर निकाली जाएगी, जिसकी शुरुआत टोडाभीम के बालघाट स्थित घाटे वाले हनुमान मंदिर से सुबह 10 बजे पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष भामाशाह रामनिवास मीना हरी झंडी दिखाकर करेंगे। इसी प्रकार दौसा में किसान विकास समिति के मुख्य संयोजक रविन्द्र मीना महिला रैली को हरी झंडी दिखाएंगे। किसान विकास समिति के महिला विकास प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष अनिता वैमनाबत, जिलाध्यक्ष मौसमी मीना के नेतृत्व में महिलाएं बडी संख्या में शामिल होंगी। अजमेर में महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष संगीता गुर्जर और अलवर में जिलाध्यक्ष कोमल शर्मा के नेतृत्व में रैली निकलेगी।  इसके अलावा  जयपुर, कोटा, झालावाड, बारां, भरतपुर, धौलपुर, सवाईमाधोपुर आदि जिलों में भी रैली की सफलता के लिए महिलाओं द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं।