रामनवमी पर इंदौर के मंदिर में बावड़ी की छत धंसी


स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनीं बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से 25 से अधिक लोग बावड़ी में गिर गए। अब तक 10 लोगों को निकाला गया है और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है। बावड़ी में गिरे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर फायर बिग्रेड, एंबुलेंस और 108 गाड़ियां मौजूद हैं।

जो लोग बावड़ी में गिरे हैं उन्हें रस्सियों की मदद से बाहर निकालने का प्रयास जारी है। जिन लोगों को बाहर निकाला गया है उनमें कई को चोटें आई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर स्थित बावड़ी में कुछ श्रद्धालुओं के फंसे होने की घटना का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर, कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय, इंदौर जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में है। इंदौर पुलिस के आला अधिकारी, जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। श्रद्धालुओं को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। बावड़ी से कुछ लोगों का रेस्क्यू अब तक किया जा चुका है। अब तक 10 लोगो को रेस्क्यू कर लिया गया है। बावड़ी में 12 लोग और हैं जिन्हें निकाला जा रहा है।मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हम सब पूरी ताकत से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं। 10 लोगों को निकाला जा चुका है। कुछ लोग अंदर सुरक्षित हैं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मुझे विश्वास है कि हम सभी को सुरक्षित बाहर निकालने में सफल हो पाएंगे।

राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने प्रभावित लोगों और परिवारों के लिए प्रार्थना करते हुए कहा कि मेरी प्रार्थना उन सभी प्रभावितों और उनके परिवारों के साथ है। हादसे में मृतकों के परिवार को इंदौर जिला प्रशासन ने 4 लाख मुआवजा देने की घोषणा की। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के जाँच के निर्देश दिए हैं।

रामनवमी के चलते सुबह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे हुए थे।सुबह 10 बजे से बावड़ी की छत पर हवन के लिए श्रद्धालु बैठे थे। वजन ज्यादा होने से सुबह लगभग 11.30 बावड़ी छत धंसी। छत धंसने से 40 फीट नीचे 25 से ज्यादा लोग गिर गए । पुलिस के आधा दर्जन जवान पहले से सुरक्षा के लिए वहां तैनात थे, जिन्होंने तत्काल बड़े अधिकारियों को खबर दी। 12.30 बजे शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन, स्थानीय पुलिस जवान और एसडीआरएफ की टीम में रस्सी डालकर लोगों को निकालना शुरू किया।12:40 बजे पर कलेक्टर इलैयाराजा और कमिश्नर मकरंद देउसकर दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचे।1 बजे सीएम शिवराज ने घटना की जानकारी ली। जिस जगह हादसा हुआ वह बेहद घनी बस्ती का इलाका है।