

जम्मू-कश्मीर में त्रिकूट पहाड़ी के जंगलों में आग लगने की वजह से कुछ समय के लिए रोकी गई वैष्णो देवी मंदिर यात्रा गुरुवार को फिर से शुरू हो गई. वायुसेना के हेलिकॉप्टरों ने एक खास तरह की बाल्टी की मदद से आग पर काबू पाया. ये बाल्टी एक बार में करीब 2500-3000 लीटर पानी ले जाने में सक्षम है.
जम्मू के रियासी जिले के कटरा में वैष्णो देवी की गुफा के रास्ते में पहाड़ी पर आग लगने के बाद बुधवार को तीर्थयात्रा रोक दी गई थी. वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि त्रिकूट पहाड़ी पर लगी आग जंगली के बड़े क्षेत्र में फैल गई थी. इस वजह से यात्रा रोकनी पड़ी थी. उन्होंने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन जंगलों के कुछ भागों से धुआं उठ रहा है.
श्राइन बोर्ड ने कहा कि चूंकि आग मंदिर जाने वाले रास्ते के करीब थी, इसलिए करीब 25 हजार भक्तों को कटरा बेस कैंप में ही रोक दिया गया था. आग बुझाने के लिए भारतीय वायुसेना ने दो हेलिकॉप्टरों को तैनात किया.
त्रिकूट पहाड़ी पर लगी आग बुझाए जाने को लेकर विंग कमांडर विक्रम सिंह ने कहा कि ये काम चुनौतियों से भरा था. उन्होंने कहा कि वायुसेना वहां किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है. यात्रा फिर शुरू होने के बाद कटरा बेस कैंप में चढ़ाई के लिए इंतजार कर रहे लोगों ने राहत की सांस ली है.