

कांग्रेस पार्टी यहां गुजरात में चुनाव जीत रही है। अंडर करंट चल रहा है। हम जीत रहे हैं और बौखलाहट के वजह से पीएम मोदी और अमित शाह कांग्रेस पार्टी और उसके चुनाव पर सियासी अटैक कर रहे हैं। इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि पीएम स्तर के व्यक्ति ने किसी पार्टी संगठन के चुनाव पर इस तरह का सियासी अटैक किया हो।
कांग्रेस संगठन के चुनाव पर पीएम मोदी ने ऐसे व्यक्ति का नाम लेकर अटैक किया है, जो कि उस चुनाव का वोटर नहीं है। पीएम मोदी के जरिये ऐसे नामों का सहारा लेकर राहुल पर अटैक दर्शाता है कि आप कितने घबरा गए हो, हार के डर से बौखला गए हो। वो (पीएम मोदी) क्या बोल रहे हैं, खुद को ज्ञान नहीं है। कांग्रेस के लोकतंत्र की बात कर रहे हैं अपनी नहीं। भाजपा में कैसा लोकतंत्र है सबको पता है। कौन पार्टी अध्यक्ष, कौन पीएम और कौन सीएम बनेगा यह सब आरएसएस तय करता है। और अब ये कांग्रेस की बात कर रहे हैं।
ये ऐसे हिप्पोक्रेट हैं जो कि गांधी जी को अपनाने लगे हैं। पटेल ने आरएसएस को बैन लगाया था, ये उनको अपना रहे हैं। मोदी और शाह इतने घमंड में चल रहे हैं कि इन्हें फर्क नहीं पता। नेहरू, पटेल अथवा मौलाना आज़ाद, गांधी जी के सानिध्य में इन सबके अलावा भी कांग्रेस के कई और महापुरुष हुए हैं। पहले जनसंघ, उसके बाद जनता पार्टी और अब भाजपा के रूप में इनकी इतनी दुर्गति हुई है कि अब वे कांग्रेस के महापुरुषों के नाम पर अपनी राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी अपने सभी महापुरुषों का बराबर सम्मान करती है।