

सोनिया गांधी ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद का प्रमाणपत्र सौंपे जाने के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए अपने परिवार के बलिदान, अपने संघर्षों और पार्टी के समक्ष चुनौतियों के बारे में भावनात्मक अंदाज में अपनी बातें रखीं। उन्होंने पार्टी नेताओं को हिंदी में संबोधित करते हुए कहा कि उनके पुत्र राहुल पर हुए तमाम हमलों ने उन्हें निडर बना दिया है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि युवा नेतृत्व पार्टी में नए साहस का संचार करेगा। सोनिया ने राहुल की चर्चा करते हुए कहा कि उनकी तारीफ करना उचित नहीं होगा। मगर मैं इतना जरूर कहूंगी कि बचपन से ही उसने ङ्क्षहसा और नुकसान का अपार दुख झेला, लेकिन राजनीति में आने पर उसने एक ऐसे भयंकर व्यक्तिगत हमले का सामना किया, जिसने उसको और भी निडर और मजबूत दिल का इंसान बनाया है।
मुझे उसकी सहनशीलता एवं दृढ़ता पर गर्व है। मुझे पूरा विश्वास है कि राहुल पार्टी का नेतृत्व सच्चे दिल, धैर्य और पूर्ण समर्थन के साथ करेंगे।सोनिया ने कहा, मुझे भरोसा है कि वह साहस एवं प्रतिबद्धता के साथ पार्टी का नेतृत्व करेंगे। पार्टी का करीब 19 वर्ष तक नेतृत्व कर चुकीं 71 वर्षीय सोनिया ने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उन्हें पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने अंतर्मन में झांक कर आगे बढना होगा।अगर हम अपने उसूलों पर खुद खरे नहीं उतरेंगे तो हम आम जनता के हितों की रक्षा नहीं कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि यह एक नैतिक लड़ाई है और ‘इसमें जीत हासिल करने के लिए हमें अपने आपको को भी दुरूस्त करना पड़ेगा और किसी भी प्रकार के त्याग एवं बलिदान के लिए तैयार रहना होगा।