अमेरिका से चेंजमेकर अवार्ड से सम्मानित हाेकर घर लौटी अलवर की बेटी पायल जांगिड़, ग्रामीणों ने किया स्वागत


अमेरिका में चेंजमेकर अवार्ड से सम्मानित अलवर जिले के थानागाजी तहसील में हिंसला गांव की रहने वाली पायल जांगिड़ रविवार को अपने घर लौटी। जहां ग्रामीणों ने पायल का भव्य स्वागत किया गया। स्थानीय लोगों ने बाल आश्रम परिसर से पायल के गांव हींसला तक खुली जिप्सी तक जुलूस निकाला। जिसमें पायल और कुछ अन्य बालिकाएं भी मौजूद रही।

हींसला में मेरा गांव मेरा फर्ज व ग्रामवासियों की तरफ से राजकीय माध्यमिक विद्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बाल आश्रम के निदेशक आदित्य मिश्रा ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी व सुमेधा कैलाश का सपना है कि एक गांव नहीं बल्कि पूरा देश बाल मित्र ग्राम बनें। ताकि किसी भी बच्चे का शोषण ना हो सकें।

चेंजमेकर अवार्ड विजेता पायल जांगिड़ ने कहा कि मेरे आदर्श व गुरु कैलाश सत्यार्थी व सुमेधा कैलाश ने मेरे हर मोड़ व मुकाम पर मेरा मनोबल बढ़ाया है। यही वजह है कि आज छोटे से गांव से अमेरिका का सफर करके उनकी प्रेरणा से कार्य करते हुए वह गोलकीपर चेंजमेकर अवार्ड जीत कर आई है।

पायल ने कहा कि मैं चाहती हूं कि समाजों में फैली फिजूल की कुप्रथाओं पर जन जागरूकता के माध्यम से रोक लगें। जिससे आम व्यक्ति भी उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ सके। इस अवसर पर जांगिड़ को प्रतीक चिह्न व नगद राशि भेंट कर समान किया गया। इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग अलवर के डिप्टी डायरेक्टर ऋषिराज सिंघल ने भी पायल का स्वागत किया।

सिंहल ने बताया कि उनके विभाग की तरफ से पायल का नाम गरिमा पुरस्कार के लिए राजस्थान सरकार के पास भिजवाया जा रहा है। इस अवसर पर डाक विभाग जयपुर के एसपी मोहन सिंह मीना, बाल आश्रम निदेशक आदित्य मिश्रा,राष्ट्रीय बाल सरपंच ललिता दुहारिया,रघुवीर मीना, पायल के परिजन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।