आसाराम की नई पहचान होगी कैदी नंबर 130, अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई


नाबालिग से रेप का दोषी पाए जाने पर आसाराम को जोधपुर की विशेष अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। उसकी सहयोगी शिल्पी और शरतचंद्र को 20-20 साल की सजा सुनाई है। आसाराम इस मामले में करीब साढ़े चार साल से जोधपुर जेल में हैं लेकिन अभी तक वो विचाराधीन कैदी था। अब उम्रकैद की सजा के बाद आसाराम को जेल के कपड़े दिए गए हैं और साथ ही उसे कैदी नंबर भी मिल गया है। आसाराम को अब कैदी नंबर 130 के तौर पर जेल में जाना जाएगा। उसको यहां बैरक नंबर में रखा गया है।

दो धाराओं में उम्रकैद

आसाराम को मिली ये सजा जोधपुर कोर्ट ने आसाराम उर्फ आसूमल पुत्र थेवरदास निवासी मुटेरा साबरमती अहमदाबाद, गुजरात को भारतीय दंड संहिता की धारा 370 (4), 376 (2)F, 506 342, 376 डी, 120 बी और धारा 23 किशोन न्याय के अंतर्गत दोषी पाते हुए सजा सुनाई है।