

राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के सम्बंध में कार्यक्रम
जयपुर। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के उपलक्ष्य में मंगलवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जयपुर जिले में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के केंद्रीय पर्यवेक्षक तथा भारत सरकार में केमिकल एवं फर्टिलाइजर मंत्रालय के निदेशक श्री जितेन्द्र त्रिवेदी ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने बैठक में केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीणों के लिये चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और इनके बारे में जनप्रतिनिधियों से जानकारी ली।
श्री त्रिवेदी ने जनप्रतिनिधियों से इन योजनाओं के माध्यम से जिले के ग्रामीण क्षेत्र में अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिए सजगता से प्रयास करने को कहा। उन्होंने बताया कि जयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 9 ग्राम पंचायतों को ग्राम स्वराज अभियान के तहत चयनित किया गया है। श्री त्रिवेदी ने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता के सेवक के रूप में इन योजनाओं के माध्यम से लोगों को लाभान्वित करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि सरकार की इन योजनाओं का जरूरतमंदों को समय पर लाभ दिलाने के लिए अधिकारियों को पाबंद किया गया है, लेकिन इस कार्य में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ही पूर्ण सफलता मिल पाएगी। उन्होंने अधिकारियों को इन योजनाओं का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अधिकारी, ग्राम सचिव एवं जनप्रतिनिधियों को पंचायती राज अधिनियम की जानकारी होनी चाहिए ताकि वे ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ दिला सके। उन्होंने अधिकारियों को केंद्र सरकार की इन योजनाओं का ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक प्रचार करने के निर्देश भी दिए।
जिला प्रमुख श्री मूलचंद मीणा ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे भी ग्रामीण विकास के लिए अपनी भूमिका जिम्मेदारी से निभाएं और अपने क्षेत्र में विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करे। कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात जिला प्रमुख ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के मंडला जिलें में आयोजित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के शुभारंभ समारोह का सीधा प्रसारण उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को दिखाया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिता चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर उत्तर श्री मोहम्मद अबूबक्र सहित जनप्रतिनिधि एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।