

हिमाचल प्रदेश भी अब कांग्रेस के हाथ से फिसल चुका है। राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत के बाद में राज्य में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाएगी। भाजपा ने 44 और कांग्रेस को 21 सीटें मिली है वहीं 3 सीटों पर अन्य ने जीत दर्ज की है। प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती चुनाव हार गये हैं और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के राजेन्द्र राणा से चुनाव हार गए है। ऐसे में अब बीजेपी के लिए नया सीएम प्रत्याशी ढ़ूढने की समस्या हो गई है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम….
हिमाचल | जीते | आगे | कुल |
भाजपा | 44 | 00 | 44 |
कांग्रेस | 21 | 00 | 21 |
अन्य | 3 | 00 | 03 |
कुल सीट/बहुमत | 68/35 |
मौजूदा मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह और उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने जीत हासिल की है। पूर्व मुख्यमंत्री सुखराम के पुत्र अनिल शर्मा भाजपा के टिकट पर जीतने में सफल रहे हैं। सुखराम और अनिल शर्मा हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अर्की से भाजपा के रतनपाल सिंह से 6051 मतों के अंतर से विजयी हुए हैं। सिंह आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में लगातार विपक्ष के निशाने पर थे।
पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो 2012 में कांग्रेस ने 36 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को 26 सीटों से संतोष करना पड़ा, वहीं छह सीटें निर्दलीय नेताओं के हाथ लगीं थी। साल 2012 के चुनाव में अपमानजनक हार का सामने करने के बाद भाजपा राज्य में वापसी करने की पुरजोर कोशिश की। इस पार्टी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई रैलियां कीं।
शिमला सीट पर बीजेपी को जीत हासिल हुई है। इस सीट पर बीजेपी के सुरेश भारद्वाज ने निर्दलीय हरीश जनार्था को 1903 वोटों से हराया है। हिमाचल प्रदेश के अन्नी सीट पर बीजेपी कैंडिडेट किशोरी लाल ने कांग्रेस के पारस राम से 5983 वोटों से जीत हासिल की है। साभार : SJ