गाय की सेवा भगवान की सच्ची सेवा: साध्वी श्री सत्यस्वरूपा


बीकानेर। बीकानेर (भीनासर) में आयोजित भागवत कथा में श्री श्रीठाकुरीसत्य (साध्वी श्री सत्यस्वरूपा) कथावाचक द्वारा भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है। भागवत कथा में साध्वी श्री सत्यस्वरूपा ने कहा कि कहा कि गायों की सेवा ईष्वर पूजा से कम नहीं है। कथा प्रसंग में उन्होंने गाय की महिमा का गुनगान करते हुए कहा कि गाय का पवित्र दूध शरीर को बलवान और स्वस्थता प्रदान करता है और गाय के गोबर-मूत्र-दूध से पंचामृत बनाकर भगवान की पूजा अर्चना से पवित्रता आती है। गऊ माता जहां रहती है वह स्थान पवित्र हो जाता है, जैसे भागवत कथा जहां होती है वह स्थान तीर्थ के समान पवित्र हो जाता है। जिस पर प्रकार श्रीकृष्ण ने भी ग्वालों संग गाय की सेवा की थी। प्रत्येक व्यक्ति को संकल्प के साथ गाय पालकर उसकी ईश्वर माता समझकर सेवा करनी चाहिए। भागवत में भी गाय की सेवा को भगवान की सेवा माना गया है।