

मुकेश अम्बानी की अगुवाई वाला रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड अब भारतीय बाजार से बाहर विस्तार करने की योजना बना रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार जियो अब एस्टोनिया में एक सहायक कंपनी स्थापित करेगा. रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रियल इंवेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड संचालन के लिए एस्टोनियाई इकाई को 12.20 करोड़ रुपये (€ 1.5 मिलियन) का ऋण देगा.
एस्टोनिया ने खुद को यूरोप के देशों में व्यावसायिक सफलता में खुद स्थापित किया है इसलिये यहां जियो जाना कोई अपवाद नहीं है. माना जाता है कि उत्तरी यूरोपीय देशों में स्थापित कंपनी दुनिया भर में काम कर सकती हैं.
एस्टोनिया में 99% सार्वजनिक सेवाएं ऑनलाइन 24×7 उपलब्ध हैं. एस्टोनिया में साल 2000 से सभी सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन किया जा चुका है और यहां सभी दस्तावेज इलेक्ट्रॉनिक रूप से आसानी से उपलब्ध हैं. 13 मार्च को आईएएनएस समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने एस्टोनियाई सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में बेहतर ई-गवर्नेंस समाधान विकसित करने के लिए देश के साथ सहयोग करने में रुचि व्यक्त की थी.
एस्टोनिया ई-रेजीडेंसी पेश करने वाला दुनिया का पहला देश है. ई-रेजीडेंसी किसी भी व्यक्ति को जारी सरकारी डिजिटल आईडी है. ई-रेजीडेंसी यूरोपीय संघ में आसानी से शुरू करने और वैश्विक व्यापार चलाने की स्वतंत्रता प्रदान करती है.