

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पेपर लीक मामले में सरकार पर विपक्ष का हमलावर रुख जारी है। अब राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी पेपर लीक को लेकर सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के किसी भी शख्स ने इस मामले में जिम्मेदारी नहीं ली है और 30 लाख बच्चों को दोबारा परीक्षा में हिस्सा लेना होगा।
पायलट ने ‘इंडिया टुडे कर्नाटक पंचायत’ कार्यक्रम में सरकार पर कई मुद्दों को लेकर आरोप लगाए। हर बात का दोष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देने के सवाल को लेकर उन्होंने कहा, “मनमोहन सिंह और मोदी के लिए आप अलग कानून नहीं बना सकते। मोदीजी से सवाल क्यों नहीं किया जा सकता? अभी तक सरकार के किसी भी शख्स ने पेपर लीक मामले में जिम्मेदारी नहीं ली है।
पायलट ने कहा कि जिम्मेदारी लेने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है, लेकिन किसी को तो इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
इससे पहले पायलट समेत कई कांग्रेस नेता पेपर लीक मामले में सरकार पर आरोप लगा चुके हैं। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश के करोड़ों बेरोजगार युवा सड़कों पर हैं और मोदी सरकार व्यवस्थागत तरीके से एक-एक कर देश की संस्थाओं को तबाह कर रही है। उन्होंने कहा, “दरअसल, केंद्र सरकार ने संस्थाओं को बर्बाद करने में पीएचडी हासिल कर ली है।”
कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार के संरक्षण में पेपर लीक हुआ है और सरकार पर कई सवाल भी उठाए गए हैं। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि 8 दिसंबर, 2017 को गुजरात से मोदी की चहेती को सीबीएसई की अध्यक्ष बनाया गया। जब दिल्ली में पेपर लीक हो रहे हैं, तब वह अपनी माउंटेनेयरिंग किताब को प्रमोट करने गुजरात गई हुई हैं। सीबीएसई पर बना देश का भरोसा तोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है।