महाविद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं तथा गुणवत्तार्पूण शिक्षा के लिए सरकार कृतसंकल्प -उच्च शिक्षा मंत्री


एक करोड़ रुपये के कार्यों का किया लोर्कापण

जयपुर । उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि महाविद्यालय में आधारभूत सुविधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले तथा विद्यार्थियों में संस्कार निर्माण हो, सरकार इसके लिए कृतसंकल्प है। श्रीमती माहेश्वरी मंगलवार को बीकानेर के एमएस कॉलेज में राष्ट्रीय विश्वविद्यालय व महाविद्यालय शिक्षक संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पहली बार प्रदेश की 100 कॉलेजों को दो-दो करोड़ रुपए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के माध्यम से उपलब्ध करवाए गए हैं। इस राशि से महाविद्यालयों में नवीनीकरण, निर्माण तथा उपकरण एवं पुस्तकें क्रय करने सम्बंधित कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में 96 महाविद्यालयों के लिए प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भिजवाए गए हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि महाविद्यालयों की विभिन्न समस्याओं का समाधान हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 11 दिसम्बर से गुरू शिष्य संवाद कार्यक्रम प्रारम्भ किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक जिले के सरकारी कॉलेज में जिले की समस्त कॉलेजों के स्टॉफ-विद्यार्थी रहकर महाविद्यालयों की समस्याओं, आवश्यकताओं पर मंथन करेंगे तथा विभिन्न योजनाओं की समीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि व्याख्यता भी नियमित रूप से विद्यार्थियों से संवाद स्थापित करें। कॉलेजों में जिन चीजों की आवश्यकता है, इसकी योजना बनाएं।

श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उच्च शिक्षा विभाग में अनेक नवाचार हुए हैं। कौशल विकास के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं। इग्नू एवं आरएसएलडीसी से सम्पर्क कर नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। उन्होंने एम एस कॉलेज में एक दिन की कार्यशाला करवाते हुए इन योजनाओं की जानकारी देने के लिए निर्देशित किया।

उच्च शिक्षा मंत्री ने युवाओं की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए चलाई जाने वाली दिशारी योजना के बारे में बताया। प्रधानमंत्री कौशल विकास एवं पंडित दीनदयाल  कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ाने की दिशा में भी प्रयासरत है। गत तीन वर्षों में कॉलेजों में बालिका नामांकन में 27.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में व्याख्याताओं की भर्ती की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हो रहा है। वर्तमान में 1250 व्याख्याताओं की भर्ती प्रक्रिया प्रगति में है। वहीं 924 नए पदों की  अभ्यर्थना आरपीएसी को भेजी जा रही है। यह भर्ती सिर्फ परीक्षा अधारित होगी।

केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेत्त्व में उच्च शिक्षा मंत्री ने व्याख्याताओं का पदनाम परिवर्तन कर के उनका सम्मान बढाया है। उन्होंने महाविद्यालयों की विभिन्न मांगो को पूरा करने का विश्वास दिलाया।

इस अवसर पर डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, प्राचार्य डॉ. उमाकान्त गुप्त, राजकीय डूंगर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. बेला भनोत, राजकीय विधि महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. विभा शर्मा  ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

इन कार्यों का किया लोकार्पण– उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी तथा केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने राजकीय एम एस कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में लगभग एक करोड़ रूपये के कार्यों का लोकार्पण एवं उद्घाटन किया।

श्रीमती माहेश्वरी ने राजकीय एमएस कॉलेज सभागार के जीर्णोद्धार विस्तार कार्य का उद्घाटन किया। इस कार्य पर राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत 50 लाख रुपये व्यय किए गए है। उन्होंने एमएस कॉलेज के रसायन प्रयोगशाला भवन का उद्घाटन किया। इस कार्य पर रूसा के तहत 30 लाख रुपये व्यय हुए। उन्होंने राजकीय डूंगर कॉलेज के 7 लाख 54 हजार से निर्मित सेमीनार कक्ष तथा राजकीय विधि महाविद्यालय के पुस्तकालय भवन का भी उद्घाटन किया। इसका निर्माण सांसद कोष से करवाया गया है।

इस अवसर पर नगर विकास न्यास अध्यक्ष श्री महावीर रांका सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।