पद्मावती विवाद के चलते हरियाणा के बीजेपी नेता सूरजपाल अम्मू ने दिया इस्तीफा


दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का सिर कलम करने वाले को दस करोड़ देने का एलान करने वाले हरियाणा के बीजेपी नेता सूरजपाल अम्मू ने इस्तीफा दे दिया है। अम्मू हरियाणा भाजपा के मीडिया समन्वयक थे। हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने अम्मू का इस्तीफा लिखित में मिलने की बजाय वाट्सएप पर जारी होने की बात स्वीकार की है।

सूरजपाल अम्मू ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को भेज दिया है, सूरजपाल अम्मू मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से नाराज थे। दरअसल राजपूत समाज के लोग फिल्म पद्मावती को लेकर मुख्यमंत्री खट्टर से मिलने गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री राजपूत समाज के नेताओं से नहीं मिले थे, सूरजपाल अम्मू इसी बात से नाराज थे। उन्होंने कहा कि इस्तीफा जब मिल जाएगा, तब पार्टी तय करेगी, क्या करना है।

बता दें कि अम्मू फिल्म ‘पद्मावती’ के निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली व अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का सिर काटकर लाने वालों के लिए पांच करोड़ के इनाम का समर्थन करने के बाद से चर्चा में हैं। फिल्म में खिलजी की भूमिका निभा रहे रणवीर सिंह की टांगे तोड़कर हाथ में देने का बयान भी वह दे चुके हैं। भाजपा नेता के इस बयान विवादास्पद बयान के बाद प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने अम्मू को कारण बताओ नोटिस भेज दिया था।

अम्मू ने इस नोटिस का लिखित में कोई जवाब तो नहीं दिया, लेकिन पार्टी की किसी भी कार्रवाई से पहले अपने पद से इस्तीफा देकर अपनी बात ऊपर रख ली है। अम्मू ने अपने इस्तीफे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा दिल्ली में करणी सेना के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात नहीं करने की पीड़ा का भी उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री के व्यवहार से दुखी हैं। मुख्यमंत्री का पार्टी वर्करों और समाज के प्रतिनिधियों के प्रति उदासीन रवैया उचित नहीं है।

मुख्यमंत्री को अब समर्पित व निष्ठावान कार्यकर्ताओं की आवश्यकता नहीं रही, इस्तीफा देने के बाद अम्मू के तेवर और तल्ख हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के मुंह पर श्रीनगर के लाल चौक पर थप्पड़ मारना चाहते हैं। अब्दुल्ला ने कहा था कि भारत कभी भी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को हासिल नहीं कर पाएगा।