बैंकों की हड़ताल से जुड़े अहम सवाल-जवाब


कई बैंकों के यूनियन ने बुधवार से दो दिनों तक चलने वाली हड़ताल की घोषणा की है.

इस दौरान स्टेट बैंक और पीएनबी जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का काम बाधित रहेगा. सोशल मीडिया पर ये ख़बर वायरल होने के बाद लोग तमाम सवाल पूछ रहे हैं.

इसकी एक वजह ये भी है कि बैंकों ने ये हड़ताल महीने के आखिरी दो दिनों में करने का फैसला किया है. ये वही समय है जब देशभर में लोग अपनी मासिक तनख़्वाहों का इंतज़ार कर रहे हैं.

आइए तलाशते हैं, ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब.

क्याबुधवार को बैंकों की हड़ताल है?

बैंककर्मियों के संगठनों ने बुधवार को अपनी मांगों को मनवाने के लिए दो दिनों तक काम रोकने का फैसला किया है.

इस दौरान बैंककर्मी 48 घंटों तक हड़ताल पर रहेंगे.

इसके साथ ही दिल्ली में गुरुवार को 10:30 बजे विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.

इसके साथ ही मुंबई और चेन्नई में भी कल प्रदर्शन किए जाने का ऐलान किया गया है.

कोलकाता में बुधवार को ही कई बैंक कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया है.

आख़िर बैंक क्यों कर रहे हैं हड़ताल

बैंकों का दावा है कि ज़्यादातर मामलों में लोन का पैसा वापिस नहीं आने की वजह से फंड नहीं होने की समस्या सामने आ रही है.

इसके साथ ही बैंककर्मियों ने वेतन में 2 फीसदी की वृद्धि के प्रस्ताव को रद्द कर दिया है.

इंडियन बैंक एसोसिएशन ने बैंक कर्मियों की सालाना तनख़्वाह में दो फ़ीसदी की दर से बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव दिया है.

इसकी जगह बैंक कर्मचारी अपने वेतन में 15 से 17.5 फीसदी की वृद्धि करने की मांग कर रहे हैं.

कौन कौन से बैंक-बंद हैं

इस हड़ताल से देश भर की सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों की शाखाओं के काम पर असर पड़ेगा.

ऐसे में देश के बैंकिंग कारोबार का 70 फीसदी हिस्सा संभालने वाली पब्लिक सेक्टर की बैंकों का काम रुका रहेगा.

अगर शाखाओं की बात करें तो 85 हज़ार बैंक शाख़ाओं का काम रुका रहेगा.

क्या निजी क्षेत्र के बैंक भी बंद रहेंगे?

इस हड़ताल में निजी क्षेत्र के बैंकों के काम पर असर नहीं पड़ेगा. इस दौरान आईसीआईसीआई और एचडीएफसी जैसे बैंकों की शाख़ाएं खुली रहेंगीं.

बैंक की हड़ताल का क्या प्रभाव होगा?

इस दौरान लगभग दस लाख बैंककर्मी हड़ताल पर रहेंगे.

बैंक कर्मियों के अलावा सफाई कर्मी, कलर्क और प्रबंधक भी काम नहीं करेंगे.

बैंकों से कैश और चेक ट्रांजेक्शन पर असर पड़ सकता है.

अगर एटीएम में कैश की बात करें तो जिन एटीएम में कैश मौजूद होगा, वहां कोई दिक्कत नहीं होगी. लेकिन एक बार कैश ख़त्म हो जाने पर रीफिलिंग में समस्या सामने आएगी.

उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हड़ताल के चलते एटीएम में कैश की कमी के मामले सामने आए हैं.