भारत चीन को पीछे छोड देगा : मुकेश अंबानी


देश के सबसे अमीर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के मालिक मुकेश अंबानी ने कहा कि वर्तमान में पूरे विश्व की नजरें तेजी से उभरते हुए भारत पर लगी हुई हैं। इसे देखते हुए मेरा विश्वास है कि आने वाले तीन दशक हमारे होंगे। सत्रहवीं शताब्दी तक चीन और भारत का विश्व में दबदबा था किंतु इसके बाद 300 सालों तक पश्चिमी देशों का वर्चस्व रहा किंतु एक बार फिर कमान इन दोनों देशों के हाथ में है और मुझे पूरा विश्वास है कि भारत 21 वीं सदी के मध्य में चीन को पीछे छोड देगा।

मुकेश अंबानी ने कहा कि 13 साल पहले मैंने कहा था कि देश 20 साल में पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता रखता है और मुझे उम्मीद है कि इस लक्ष्य को वर्ष 2024 से पहले ही हासिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 2.5 लाख करोड़ डॉलर के साथ देश विश्व की छठी सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। अगले सात साल में इसे तीन गुना तक बढ़ा सकते हैं और वर्ष 2030 तक देश को 10 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बना सकते है तथा 21वीं सदी के मध्य तक चीन को पछाड सकते हैं, भारत में विश्व के आकषर्ण का केन्द्र बनने की क्षमता है।

उन्होंने देश के सबसे धनी आदमी के खिताब पर कहा यह मुझे पसंद नहीं है। पैसा हमारे लिए कोई अर्थ नहीं रखता और और न ही मेरे लिए ये कामयाबी है। बचपन से लेकर आज तक अपने साथ कभी भी नगदी या क्रेडिट कार्ड नहीं रखा है। हमारे साथ हमेशा कोई होता है जो हमारे बिलों की अदायगी करता है। अंबानी ने कहा कि पैसा उनके लिए कभी महत्वपूर्ण नहीं रहा और एक संसाधन के रुप में पैसा कंपनी को जोखिम लेने में सक्षम बनाता है।

देश के विकास मॉडल की चर्चा करते हुए अंबानी ने कहा कि भविष्य में भारत का विकास मॉडल न केवल अलग बल्कि विश्व के अन्य देशों की तुलना में कहीं बेहतर भी होगा। यह मॉडल सबका विकास वाला होगा और इसका आधार प्रौद्योगिकी,  सुशासन और लोकतंत्र पर आधारित होगा।