विद्यालयों में नामांकन के लिए चलेगा सघन अभियान


जयपुर। राज्य के विद्यालयों में मई 2018 से अगस्त 2018 तक विशेष नामांकन एवं ठहराव अभियान चलाया जायेगा। इसके तहत घर-घर जाकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विद्यालय जाने वाली आयु वर्ग का कोई बालक-बालिका शिक्षा से वंचित नहीं रहे।
शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि प्रदेश के सभी बालक-बालिकाओं को शिक्षा प्रदान करने के उद्धेश्य से विद्यालयों में उनके नामांकन के साथ ही ठहराव को भी इस अभियान में सुनिशिचत किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सघन नामांकन अभियान का क्रियान्वयन शिक्षा विभाग के साथ ही ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, जिला प्रशासन आदि के सहयोग से किया जायेगा। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को वृहद् कार्ययोजना बनाकर पूर्ण नामांकन एवं ठहराव के लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिए है।
श्री देवनानी ने बताया कि इस शिक्षा सत्र की वार्षिक परीक्षाओं के समापन के साथ ही विद्यालयों में नामांकन वृद्धि एवं ठहराव के लिए व्यापक अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस बार पूर्ण नामांकन एवं ठहराव के लक्ष्य को प्राप्त करने वाली पंचायतों को “उजियारी पंचायत” के रूप में चिन्हित कर सम्मानित किया जायेगा। ‘उजियारी पंचायत’ का चयन इस आधार पर किया जाएगा कि वहाँ पर 5-6 आयु वर्ग के सभी बालक-बालिकाओं का चिन्हिकरण कर उनका नामांकन कक्षा एक में करवा दिया गया है। चयन का एक प्रमुख आधार यह भी होगा कि पंचायत में कक्षा 5, 8 एवं 10 में उत्तीर्ण बालक-बालिकाओं का चिन्हिकरण किया जाकर नामांकन क्रमशः कक्षा 6, 9 एवं 11 में करवा दिया गया है। साथ ही वहां पर अन्य कक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले बालक-बालिकाओं का नामांकन अगली कक्षा में करवा दिया गया है।
‘उजियारी पंचायत’ के चिन्हिकरण के अंतर्गत यह भी देखा जाएगा कि वहां पर विद्यालय में को भी विद्यार्थी 45 दिन या उससे अधिक अवधि के लिए अनुपस्थित नहीं रहा है। यदि कोई विद्यार्थी 45 दिन या उससे अधिक अवधि के लिए विद्यालय से अनुपस्थित रहा है तो उसे पुनः आयु अनुरूप कक्षा में प्रवेश दिलाकर शिक्षण कार्य करवाया जा रहा है। नामांकन वृद्धि एवं ठहराव हेतु चलाए जाने वाले सघन अभियान के तहत घर-घर सर्वे के दौरान चिन्हित समस्त आउट ऑफ स्कूल बच्चों को विशेष शिक्षण करवाया जाकर आयु अनुरूप कक्षा में प्रवेश दिए जाने के लिए भी निर्देश दिये गये हैं।