

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने पार्टी के भविष्य को लेकर चिंता जताई। उन्होंने बुधवार को कहा कि पार्टी की मौजूदा स्थिति देखकर दुख और चिंता होती है। किसी चुनाव में हार की वजह से नेताओं के जिम्मेदारी से खुद को अलग करने पर चिंतन की जरूरत है। उन्हाेंने राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर कहा- “हमारी सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे नेता ने हमें छोड़ दिया।”
लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल ने 25 मई को इस्तीफा सौंप दिया था। कांग्रेस 542 में से 52 सीटाें पर ही जीत पाई थी, जबकि भाजपा को 303 सीटें मिली थीं। खुर्शीद ने आगे कहा, “मई में मिली हार के बाद राहुल ने आवेश में आकर इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उनकी मां को पार्टी की कमान संभालनी पड़ी। हो सकता है कि अक्टूबर में चुनाव के बाद पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाए।”
खुर्शीद ने कहा, ”कांग्रेस की मौजूदा स्थिति चिंताजनक है। हार की वजह से पार्टी और जिम्मेदारियों से अलग होने से हालात ज्यादा मुश्किल हो जाएंगे। आज जो स्थिति है, उसे लेकर चिंतन की जरूरत है। हमने राहुल गांधी से अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की थी, लेकिन उन्होंने इसे नहीं माना। यह उनका फैसला था और हम सब इसका सम्मान करते हैं।”
‘मौजूदा कांग्रेस के अंदर एक खालीपन है’
सलमान खुर्शीद ने कहा कि इतनी बड़ी हार मिलने के बाद शायद इतिहास में पहली बार हमने अपने नेता (राहुल) से भरोसा नहीं खोया। अगर वे रुकते तो हम हार के कारणों को जान पाते और अगले चुनावों में बेहतर कर प्रयास पाते। हमने साथ बैठकर हार के कारण खोजने की कोशिश नहीं की। कांग्रेस के अंदर अभी एक खालीपन है। सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष का पद संभाला हुआ है, लेकिन उन्होंने यह व्यवस्था अस्थायी तौर पर संभाली है। काश ऐसा न होता। 21 अक्टूबर काे हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए काफी अहम हैं।