शिक्षक भर्ती में विलम्ब अक्षम्य -राज्यपाल


विश्वविद्यालयों में शिक्षक भर्ती की समयबद्व कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने के कुलपतियों को निर्देश
शिक्षकों की रिक्तियों के न भरे जाने का कारण पूछा कुलाधिपति ने 
जयपुर। राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह छात्र-छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा में गुणवत्ता पर विशेष जोर दे रहे हैं। कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह का मानना है कि शिक्षा की गुणवत्ता तब तक सुनिश्चित नहीं हो सकती, जब तक विश्वविद्यालय में मानक एवं योग्यता के अनुसार पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध नही होंगे।
विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को शीघ्र सम्पादित करवाये जाने हेतु कुलाधिपति  श्री सिंह नियमित अनुश्रवण कर रहे हैं। विभिन्न स्त्रोतों से राज्यपाल श्री सिंह ने ऎसी जानकारियाँ जुटाई हैं, जिनके अनुसार स्वीकृत पदों एवं उनके सापेक्ष भर्तियों में काफी अन्तर बना हुआ है। इस अन्तर को समझने, उनके कारणों को जानने, उत्तरदायित्व निर्धारित करने एवं भविष्य के लिए समयबद्व कार्ययोजना तैयार किये जाने हेतु समस्त विश्वविद्यालयों से 9 बिन्दुओं पर 20 अप्रेल तक सूचना कुलाधिपति श्री सिंह द्वारा मांगी गई है।
राज्यपाल का कार्यभार ग्रहण के बाद से विश्वविद्यालयों में योग्य शिक्षकों की पर्याप्त उपलब्धता पर श्री सिंह जोर दे रहे है। राज्य शासन से लगातार पत्राचार कर राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के पर्याप्त पद भी स्वीकृत करवाये हैं। उन्होंने नियमित समीक्षा का क्रम शुरू किया है। वित्तीय प्रबन्धन एवं वित्तीय अनुशासन को लेकर की गई समीक्षा के बाद अब विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती को कुलाधिपति श्री सिंह ने गम्भीरता से लिया है।
राज्यपाल श्री सिंह ने सभी विश्वविद्यालयों से विभागवार एवं विषयवार यूजीसी के मानकों के अनुरूप शिक्षकों की अपेक्षित संख्या की सूचना मंगवाई है। राज्य शासन द्वारा स्वीकृत पदों की वस्तु स्थिति बताने के निर्देश कुलपतियों को श्री सिंह ने दिये हैं। राज्यपाल ने स्वीकृत पदों के सापेक्ष कितने पदों पर भर्ती हुई, इसकी भी सूचना विश्वविद्यालय से मांगी है। पद स्वीकृति के उपरान्त यदि भर्ती नहीं हो पाई है, तो उनके कारण भी कुलाधिपति श्री सिंह ने कुलपतियों से जानने चाहे है। यही नहीं अवशेष रिक्त पद कब तक भर लिये जायेंगे, इसकी कार्ययोजना भी 20 अप्रेल तक कुलाधिपति के समक्ष कुलपतियों को आवश्यक रूप से प्रस्तुत करनी होगी।
राज्यपाल श्री सिंह का मानना है कि शिक्षकों के पदों पर रिक्तियों से छात्र-छात्राओं के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। कुलाधिपति श्री सिंह ने राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को मंगलवार को भेजे गए एक पत्र में शिक्षकों की रिक्तियों को न भरे जाने के विभिन्न आयामों पर स्पष्टीकरण मांगा है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों से यह भी पूछा है कि पदों की रिक्तता की स्थिति में उनके द्वारा शैक्षिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए क्या वैकल्पिक प्रबन्ध किये हैं। विश्वविद्यालयों को पटरी पर लाने के लिए कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह द्वारा विगत तीन वर्षों से कई गम्भीर प्रयास किये जा रहे हैं।