

नई दिल्ली। गोवा में कब्रिस्तान में शव दफनाने के वक्त लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। गोवा में सिटी कॉरपोरेशन ऑफ पणजी ने हाल ही में कब्रिस्तान में शवों के दफनाने के वक्त प्रार्थना के दौरान लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर रोक लगाई है। सीसीपी ने नोटिस जारी कर कहा है कि कब्रिस्तान में शवों को दफनाते वक्त की रस्में और प्रार्थनाओं के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल न किया जाए।
नोटिस में कहा गया है, ‘सेंट इन्ज़ के निवासियों ने यह बात संज्ञान में लाई है कि यहां मुस्लिमों के कब्रगाहों में ऊंची आवाज़ में लाउड स्पीकर का इस्तेमाल कर प्रार्थना की जाती है।’सीसीपी कमीश्नर अजित रॉय ने बताया है कि उन्हें ऐसी शिकायत निवासियों से मिली है। अजित राय ने कहा, ‘मुस्लिम नेताओं ने हमें बताया कि सिर्फ मस्जिदों में प्रार्थना के वक्त लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर किया जाता है लेकिन अगर यह कब्रिस्तान में किया जा रहा है, तो यह गलत है।’उन्होंने बताया, ‘सेंट इन्ज़ में दफन जमीन के बगल में एक हिंदू श्मशान और ईसाई कब्रिस्तान है। हमें शिकायतें मिली कि लाउडस्पीकरों पर कब्र के मैदान में प्रार्थना की जाती है। इसलिए हमने इस विषय पर सभी धार्मिक नेताओं के साथ एक बैठक आयोजित की।’
सीसीपी के इस आदेश की जमात उल मुस्लिमिया गौसिया सुन्नी ट्रस्ट ऑफ सेंट इन्ज़ ने आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद में प्रार्थना की जाती है, कब्र के मैदान पर नहीं।
आपको बता दें कि इससे पहले गायक सोनू निगम के अजान के वक्त लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर होने वाली परेशानी पर किए एक ट्वीट से काफी बवाल मचा था। सोनू निगम के खिलाफ पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष सैयद शाह ने फतवा तक जारी कर दिया था। साथ ही उन्हें जूतों की माला पहनाने वाले को 10 लाख रुपए देने का ऐलान भी कर डाला था।