चिकित्सा मंत्री ने किया रक्तदाताओं का सम्मान


जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने गुरुवार को प्रातः जेएमए सभागार में आयोजित ट्रोमा ब्लड बैंक स्थापना दिवस समारोह में रक्त दाताओं का सम्मान किया। श्री सराफ ने एस.एम.एस. चिकित्सालय के इम्यूनोहिमेटोल जी एंड ट्रान्सफ्यूजन मेडीसिन विभाग द्वारा आयोजित इस समारोह में रक्तदान को महादान बताते हुए युवाओं से नियमित रूप से रक्तदान करने व जरूरत पड़ने पर इसके लिए तत्पर रहने का आव्हान किया है। उन्होंने जीवन रक्षक रक्तदान योजना की सराहना की। उन्होंने संचालित लाडली योजना से 12 वर्ष तक की बालिकाओं हेतु रक्त उपलब्ता को महत्वपूर्ण कार्य बताया। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से किसी की जिंदगी बचाने की खुशी के साथ ही व्यक्ति स्वयं भी स्वस्थ रह सकता है।
चिकित्सा मंंत्री ने बताया कि एस.एम.एस. चिकित्सालय देश का सबसे बड़ा अस्प्ताल है एवं यहाँ की चिकित्सा सहित आवश्यक सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है। उन्होने बताया कि ट्रोमा व एसएमएस के बीच बन रहे अंडरपास का निर्माण जून माह में पूर्ण हो जायेगा। साथ ही एसएमएस व मेडिकल कॉलेज के मध्य भी अंडरपास बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने वालो को डोनर कार्ड देने की प्रक्रिया पुनः प्राम्भ की जाएगी।
चिकित्सा राज्यमंत्री श्री बंशीधर  खंडेला ने स्वेच्छा से रक्तदान को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होने बताया कि अनेक दानदाताओ ने सैंकड़ो बार रक्तदान किया है और वे पूर्ण रूप से स्वस्थ है।
एस.एम.एस. कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. यू. एस. अग्रवाल ने बताया कि इस ब्लड बैंक में एक वर्ष में एक लाख 20 हजार यूनिट रक्तदान संकलित हुआ है। उन्होंने बताया कि 20 हजार यूनिट रक्त तो ट्रोमा अस्पताल को उपलब्ध कराया गया है।
एस.एम.एस. चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. डी.एस.मीणा ने ब्लड बैंक की उपलब्धियो की विस्तार से जानकारी दी। उन्हाेंने बताया कि रक्तदान से प्राप्त रक्त टेमा चिकित्सालय में लाये गये दुघर्टनाग्रस्त मरीजों, पुलिस द्वारा लाये लावारिस मरीजों, शहीद परिजनों, दिव्यांगों, देहदान-नेत्रदान करने वाले घोषणादाताओं सहित हीमोफिलीया, थैलासीमिया व स्किलसेल एनिमिया के मरीजों को बिना रिप्लेसमेंट रक्त उपलब्ध करवाया जाता है।
समारोह में रक्तदान शिविर आयोजित करने वालो को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया एवं प्रचार-सामग्री का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर डॉ. सुनीता बूंदस व डॉ. रचना नारायण सहित एसएमएस मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सकगण, नसिर्ंग कर्मी व रक्तदातागण मौजूद थे।