

जोधपुर। आज दिनांक 4 अप्रेल को मानव अधिकार मंच एंव जोधपुर शहर के कई संगठनों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर मानाराम पटेल को ज्ञापन दिया। कार्यक्रम संयोजक घेवर चंद सारस्वत एंव कार्यक्रम प्रभारी कमल जोशी ने बताया कि दिनांक 2 अप्रेल 2018 को दलित संगठनों के आह्वान पर् भारत बंद करवाया गया था जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ था जिसके कारण जोधपुर सहित पूरे राष्ट्र के मानव को उपद्रवियों की हिंसा का शिकार होना पड़ा तथा जान, माल और आर्थिक हानी से भी प्रभावित होना पड़ा यंहा तक ही नही कुछ असामाजिक तत्वो ने जोधपुर पुलिस के थानेदार महेंद्र चौधरी की जान तक लेली और बचो औरतों और राहगीरों को भी इस हिंसा का शिकार होना पड़ा…यंहा तक ही नही कुछ उपद्रवियों ने तो महापुरूषो, शहीदों और महाराजा हनुवंतसिंह जी की मूर्ति को भी अपमानित किया जिससे हमारी भावनाओ को ठेस पहुंची है तथा हमारे भारत का मानव रूपी इन्शान हिंसा का शिकार हो गया साथ ही जान हानी, माल हानी, मान् हानी, आर्थिक हानी सहित सरकारी सम्पति को नुकसान भी हुआ है ऐसा हमारे देश मे पहली बार हुआ है यह् 2 अप्रेल 2018 का दिवस काला दिवस के रूप में आया है…
इस पूरे माजरे में पुलिस और प्रशासन मूक दर्शक बना रहा….
अतः हिंसा फैलाने वालों को सजा मिले, नुकशान की भरपाई के लिए, स्व. महेंद्र चौधरी को शहीद का दर्जा सहित उनके परिवार को न्याय मीले, लापरवाह पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करे जिस हेतु….प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को न्याय की गुहार का ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलेक्टर मानाराम पटेल को मंच के सभी सज्जनों और शहर के कई सामाजिक संगठनों ने दिया…जिसमे कार्यक्रम सहप्रभारी अमृत पंचारिया, सह संयोजक गजेसिंह राजपुरोहित, वीरेंद्र कुमार सिंघवी , कानराज मोहनोत, प्रवीण जैन लोढा, मदन सिंह राठौड़, भंवरलाल पालीवाल, ललित शर्मा, बद्रीनारायण पंचारिया, रामप्रसाद दाधीच, चैनजी भाई बिश्नोई, नरेश करवासड़ा, राजेन्द्र जैन, वीरेंद्र कुमार सिंघवी, अशोक जोशी, बिरम् शर्मा, सुनील रामावत, पवन मेहता, नरेश जैन, राधाकृष्ण त्रिपाठी, सुनीत भंसाली, अमृतराज गोलियां, जुगल माहेश्वरी, धीरज रांका, मितेश जैन, अमृत लालवानी सहित जोधपुर के सेकड़ो लोग मौजूद थे…..