

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों राज्यों में घर-घर जाकर लापता मछुआरों की जानकारी जुटाई जा रही है ओक्खी चक्रवात गुजरने के 15 दिन बाद भी केरल और तमिलनाडु के 600 से ज्यादा मछुआरों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है. अधिकारी ने यह भी बताया है कि किसी भी राज्य सरकार ने अब तक ओक्खी चक्रवात के बाद लापता मछुआरों की जानकारी नहीं दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी ने आगे कहा कि लापता मछुआरों की सूचना जुटाने के लिए घर-घर जाकर पूछताछ की जा रही है. वे (अधिकारी) ओक्खी चक्रवात आने से पहले अपनी छोटी नावों के साथ समुद्र में गए मछुआरों को लेकर खासे चिंतित हैं. ओक्खी चक्रवात से केरल में 63 और तमिलनाडु में 14 मुछआरों की मौत हो गई थी. समुद्र में लापता मछुआरों के लिए तलाशी अभियान जारी है.
इस बीच कांग्रेस के निर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल और तमिलनाडु का दौरा कर किया है और ओक्खी चक्रवात में मारे गए लोगों को श्रृद्धांजलि दी है. द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार केरल के विझिनजाम में पीड़ितों के लिए संवेदना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, ‘केंद्रीय स्तर पर मछुआरों के लिए अलग से मंत्रालय बनाने की जरूरत है, ताकि उनकी समस्याओं को तेजी से सुलझाया जा सके.’