

उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक के पारित नहीं होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इसके बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए। नायडू ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान पर महिला स्व सहायता समूहों के राज्य स्तरीय सम्मेलन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए यह चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कोई दल इसका विरोध नहीं कर रहा, लेकिन विधेयक आगे नहीं बढ़ रहा।
इस विधेयक का व्यक्तिगत रूप से समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि संसद में इसको पारित करने के प्रयास हो रहे हैं। सभी दलों को आम सहमति से इस पर निर्णय लेना चाहिए। नगरीय निकायों में महिला आरक्षण का समर्थन करते हुए नायडू ने कहा कि यह जरूरी है। कई लोग कहते थे कि महिला आरक्षण के कारण सती की जगह पति बैठ गए हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि इसमें परिवर्तन आएगा और पति की गति भी हम देखेंगे।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश के मंत्री गोपाल भार्गव, अर्चना चिटनीस, रामपाल सिंह, लाल सिंह आर्य, विश्वास सारंग, सुरेंद्र पटवा, भोपाल के महापौर आलोक शर्मा और सांसद आलोक संजर भी मंच पर मौजूद थे।