अब ट्रेन में मिलेगा प्लेन जैसा खाना


अपनी खान-पान सेवा को लेकर बदनाम रेलवे कैटरिंग सर्विस में अभूतपूर्व सुधार करने की तैयारी में है. भारतीय रेलवे के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने कहा है कि इस साल जुलाई से बेहतर गुणवत्ता वाली खाद्य सेवाएं शुरू की जाएंगी.

इसकी शुरुआत राजधानी, शताब्दी और दूरंतो जैसे प्रीमियम ट्रेनों पर प्रयोग के रूप में शुरू की जाएगी और बाद में अन्य सभी ट्रेनों में इसे लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ‘यह खाना गुणवत्ता और स्वाद में उच्च होगा और प्लेन में मिलने वाले खाने के जैसा होगा’ भारतीय रेलवे ग्राहकों को सुविधा देने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रही है.

भारतीय रेलवे एयरलाइन-सर्विस के द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए कई नई योजनाओं को लागू करेगी. शुरुआत में रेलवे चुनिंदा ट्रेनों पर एयरलाइन जैसी भोजन उपलब्ध कराएगी. रेलवे अपनी खान-पान सेवाओं को सुधारने की योजना के तहत मेनू को भी संतुलित बनाएगी.

इसके अलावा पैंट्री में खाद्य तैयारी की निगरानी के लिए और सीसीटीवी कैमरे का भी उपयोग करेगी. खाने का मेनू सरल होगा लेकिन कॉम्बो भोजन के रूप में होगा, जिसमें दो या तीन आइटम शामिल होंगे, जो एयरलाइंस द्वारा दिए जाने वाले खाने समान हैं. रेलवे दिसंबर 201 9 तक आधुनिक रसोई तैयार करेगी.

भारतीय रेलवे 68 स्टेशनों का आधुनिकीकरण करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. रेलवे के चेयरमैन लोहानी ने स्वीकार किया कि वर्तमान में रेलवे कम गुणवत्ता वाले भोजन मुहैया करा रही और इन खाद्य वस्तुओं में स्वच्छता की भी कमी है. नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने एक रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है कि ट्रेन में मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त खाना परोसा जा रहा है.

भारतीय रेलवे प्रति दिन लगभग 12 लाख प्लेट खाना यात्रियों को बेचता है, जिनमें से 10 लाख प्लेट ट्रेनों पर परोसा जाता है. आधुनिक रसोई में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन के लिए अलग खाना पकाने के क्षेत्र होंगे. स्वच्छता बनाए रखने के लिए इन आधुनिक रसोई को दैनिक आधार पर साफ किया जाएगा.