

भारत एक आस्था प्रधान देश है और धर्म के प्रति रूचि और निष्ठा रखने वालों की यहाँ कोई कमी नहीं है। भगवान की पूजा पाठ आदि में विशवास रखने वाले भक्तों की भी लम्बी फेहरिस्त है। लेकिन एक बात तो है की जब कोई इंसान आस्था से भगवान् की भक्ति करता है वो ये भी चाहता है की भगवान् की कृपा उसपर बनी रहे और जीवन दुःख संकटों से दूर रहे।
इसी वजह से ये भक्त जन हमेशा भगवान को प्रसन्न करने में लगे रहते हैं. पर आज के जमाने में भगवान को प्रसन्न करना इतना आसान भी नहीं हैं. यहाँ हर रोज करोड़ो लोग भगवान के सामने अपनी मुसीबतों का पिटारा खोलते हैं. भगवान का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए लोग तरह तरह के विधि विधानों से उनकी पूजा करते हैं.ऐसी ही एक रस्म भगवान को प्रसाद चढ़ाने की भी होती हैं.
भगवान के प्रसाद को पवित्र चीज माना जाता हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि जब भगवान के चरणों में प्रसाद चढ़ाया जाता हैं तो वे उसके अन्दर आशीर्वाद रूपी सकारात्मक उर्जा भर देते हैं. इसके बाद जो जो व्यक्ति इस प्रसाद को खाता हैं उसे लाभ मिलता हैं. जैसा कि आप भी जानते हैं हर भगवान को अलग अलग प्रसाद चढ़ाया जाता हैं.
उदाहरण के लिए गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक चढ़ते हैं, श्रीकृष्ण को माखन का प्रसाद प्रिय होता हैं. इसी तरह हनुमान जी को चना और चिरोंजी का प्रसाद पसंद आता हैं.आप ने ये बात नोटिस की होगी कि हर हनुमान मंदिर में चना और चिरोंजी के प्रसाद को सबसे अधिक मात्रा में चढ़ाया जाता हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि चना और चिरोंजी दोनों हनुमान जी की बेहद प्रिय चीजे हैं.
ऐसे में इन्हें वे भक्त बहुत पसंद आते हैं जो उनके चरणों में इन दो चीजों को अर्पित करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चना और चिरोंजी के अलावा एक और ऐसी चीज हैं जो हर हनुमान भक्त को प्रसाद में शामिल करणी चाहिए. ये चीज काफी चमत्कारी मानी जाती हैं. यदि आप ने इसे हमुनाम जी के प्रसाद में शामिल कर दिया तो आपकी मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती हैं.
दोस्तों आप जब भी हनुमान जी को चना और चिरोंजी मिला कर चढ़ाए तो उसमे थोड़ा सा गुड़ भी मिला दे. हनुमान जी को गुड़ काफी पसंद हैं. दरअसल गुड़ की मिठास और स्वाद दोनों ही चिरोंजी से बेहतर होता हैं. ऐसे में इस प्रसाद का स्वाद दुगुना हो जाता हैं. फिर जब आप ये प्रसाद दुसरे लोगो को बाँटते हैं तो इसे खाते ही उनका मन भी प्रसन्न हो जाता हैं.
इस तरह प्रसाद में सिर्फ गुड़ मात्र मिला देने से आप कई चेहरो पर मुस्कान ला देते हो. यही बात हनुमान जी को भी लुभा जाती हैं और वे आपकी मनोकामना पूर्ण करने के लिए बाध्य हो जाते हैं.वैसे तो आप इस प्रसाद को कभी भी चढ़ा सकते हैं लेकिन यदि आप इसे मंगलवार या शनिवार के दिन चढ़ाएंगे तो आपको इसका लाभ अधिक मिलेगा. साथ ही हो सके तो इस दिन हनुमान जी के नाम का व्रत रख लेना.