

जयपुर। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. जसवन्त सिंह यादव की अध्यक्षता में गुरूवार को आयुक्तालय डी.एस.ई.ई. जयपुर में राजस्थाान व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद गवर्निंग बॉडी की सप्तम बैठक आयोजित हुई।
बैठक में विभाग के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर उनका अनुमोदन किया गया एवं इन मुख्य बिन्दुओं पर निर्णय पारित किये गये-
-राज्य स्तर पर मानक निर्धारित कर सर्वश्रेष्ठ तीन औ.प्र.संस्थानों, तीन संस्थान प्रधानों तथा सर्वश्रेष्ठ तीन व्यवसाय अनुदेशकों को आरसीवीईटी से पुरस्कृत किया जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
-राज्य में आयोजित होने वाली एन.सी.वी.टी. की परीक्षाएं सभी व्यवसायों में ऑनलाइन करवाने के निर्देश दिये गये।
-राज्य के विभिन्न परीक्षा केन्द्राें पर परीक्षार्थियों द्वारा बनाऎ गये जॉब्स में से सर्वश्रेष्ठ जॉब को संभाग स्तर की राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के म्यूजियम में प्रदर्शन हेतु रखे जाने का निर्णय लिया गया।
– अलवर जिले की आईटीआईज में किये गये कार्यों की घोषणा की क्रियान्वति का प्रस्ताव पारित किया गया साथ ही विशेष तौर पर राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नीमराणा हेतु आवश्यकतानुसार विकास कार्य करवाने की स्वीकृति प्रदान की गई।
डॉ. यादव ने राज्य की विभिन्न राजकीय एवं निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान व केन्द्रों के प्रशिक्षणार्थियों की मांग के अनुरूप जिला स्तरीय/संभाग स्तरीय एवं राज्यस्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाने के निर्देश प्रदान किये।
राजकीय एवं निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में वृक्षारोपण को अधिक से अधिक मात्रा में करवानें के लिए प्रत्येक छात्र को एक पेड़ अनिवार्य रूप से लगाकर उसकी प्रशिक्षण अवधि तक नियमित रूप से उसकी देखभाल की जाऎ। इस इसके लिए उन्होंने उसे प्रशिक्षण के अन्तर्गत अतिरिक्त अंको की ग्रेडिंग प्रदान करनेके निर्देश दिये।
इस बैठक में विभाग के शासन सचिव श्री राजेश कुमार यादव, संयुक्त शासन सचिव श्री विश्व मोहन शर्मा, निदेशक (प्रशिक्षण) श्री ऎ.के. आनन्द, वित्त विभाग के प्रतिनिधि संयुक्त शासन सचिव श्री सर्वेश तिवाडी, वित्तीय सलाहकार निदेशालय जोधपुर से प्रेम सिंह, डी.जी.टी. श्रम मंत्रालय द्वारा नामित प्रतिनिधि उपनिदेशक ए.टी आई. जोधपुर श्री आर.सी. मीणा, राज्य सरकार द्वारा मनोनीत गैर सरकारी सदस्य श्री योगेश गौतम एवं श्री योगेश सोनी, सी.आई.आई. नोर्थन रीजन जयपुर के श्री नितिन गुप्ता एवं विभाग के विभिन्न उपनिदेशक, सहायक निदेशक अधिकारी उपस्थित थे।