

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लड़ाकू विमान राफैल सौदा पहले से ज्यादा कीमत पर किये जाने के आरोपों को दुर्भावना पूर्ण एवं निराधार करार देते हुए आज कहा कि यह सौदा बेहतर शर्तो पर किया गया है। सीतारमण ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में इस बात से इंकार किया कि सरकार ने हिदुस्तान एअरोनोटिक्स लिमिटेड के स्थान पर राफैल सौदे पर डासाल्ड एविऐशन और रिलायंस डेफेंस लिमिटेड के बीच संयुक्त उपक्रम के तौर पर हस्ताक्षर किये हैं ।
उन्होंने कहा कि यह करार करते समय रक्षा खरीद प्रक्रियाओं का पालन किया गया है तथा सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट कमेटी की मंजूरी के बाद 23 सितंबर 2016 को इस सौदे के लिए भारत और फ्रांस की सरकारों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किये गये हैं ।