समर्थन मूल्य खरीद में बटाईदार किसान को मिली राहत


जयपुर। सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक ने सोमवार को बताया कि अब बटाईदार किसानों से भी समर्थन मूल्य पर सरसों एवं चना खरीदा जाएगा और उपज की राशि भी उनके बैंक खाते में जमा होगी। उन्होंने बताया कि पहले बटाईदार किसान के बजाय भूमि मालिक किसान के खाते में उपज की राशि जमा करने का प्रावधान था, जिसे अब हटा दिया गया है।
श्री किलक ने बताया कि बटाईदार किसान को कृषि भूमि मालिक के साथ नॉन-ज्यूडिशियल स्टाम्प् पेपर पर एक अनुबन्ध करना होगा जिसमें कृषि भूमि मालिक की पहचान के लिए आधार कार्ड/जमाबन्दी/गिरदावरी तथा बटाईदार का भामाशाह कार्ड व बैंक खाते का पूर्ण विवरण अंकित किया गया हो। उन्होंने बताया कि काश्तकार को अनुबन्ध का पत्र खरीद केन्द्र पर खरीद पर्ची भरते समय मूल दस्तावेजों के साथ प्रस्तुत करना होगा।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार एक किसान से एक दिन में अधिकतम 25 क्विंटल उपज की ही तुलाई की जा सकती है। यदि किसी किसान की उपज 25 क्विंटल से अधिक है तो अब ऎसे किसान की शेष उपज की तुलाई आगामी कार्य दिवस को की जायेगी। उन्होंने बताया कि पहले ऎसे किसानों को सॉफ्टवेयर के माध्येम से आगामी 15 दिवस की अवधि में आने वाले शनिवार के दिन का आवंटन होता था, जिसे अब संशोधित कर दिया गया है। उन्होंवने बताया कि ऎसे किसानों को अब अपनी उपज को बेचने के लिये लम्बाा इन्तजार नहीं करना पड़ेगा।
प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्री अभय कुमार ने बताया कि कोटा संभाग को छोड़कर राज्य के शेष संभागों में 2 अप्रेल से सरसों एवं चना खरीद शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि कोटा संभाग में 15 मार्च से खरीद शुरू हो चुकी है एवं अब तक लगभग 6 हजार 400 मैट्रिक टन खरीद हो चुकी है।उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1 लाख 40 हजार से अधिक किसानों ने खरीद के लिए पंजीयन करा लिया है।
राजफैड प्रबंध निदेशक डॉ. वीना प्रधान ने बताया कि कोटा संभाग में 12 मार्च से एवं अन्य संभागों के किसानों के लिए 14 मार्च से ऑनलाइन पंजीयन प्रारम्भ हो चुका है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के पास भामाशाह कार्ड नहीं है उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। ऎसे किसान ई-मित्र केन्द्र पर जाकर भामाशाह कार्ड के लिए आवेदन करने पर आवंटित एनरोलमेंट नम्बर के द्वारा ऑनलाइन पंजीयन करवा सकेंगे।