

आइपीएल तो हर साल होता है लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है। राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) जैसी टीमें स्पॉट फिक्सिंग के विवादों को पीछे छोड़ते हुए दो साल बाद इस लीग में फिर से वापस आ गई हैं। आठ टीमों में से सात के कप्तान भारतीय हैं। कई पुराने स्टार अब दिखाई नहीं देंगे, जबकि दर्जनों युवाओं की एंट्री हुई है। दस साल तक सोनी नेटवर्क पर आने वाला आइपीएल अब स्टार इंडिया के चैनलों पर प्रसारित होगा और अब आइपीएल की आठों फ्रेंचाइजियों को इस लीग की कमाई का हिस्सा मिलेगा। जो जीतेगा उसकी कमाई भी ज्यादा होगी जिससे प्रतिद्वंद्विता और ज्यादा कड़ी होगी। कुल मिलाकर जब शेर से शेर टकराएंगे तो पूरे देश को मजा आएगा।
मैच से पहले उद्घाटन समारोह : आइपीएल का पहला मुकाबला शनिवार को मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा। इस मुकाबले से पहले वानखेड़े स्टेडियम में उद्घाटन समारोह भी होगा। इसमें रितिक रोशन, वरुण धवन, प्रभुदेवा और जैकलीन फर्नांडीज जैसे सितारे भाग लेंगे। पहले यह कार्यक्रम अलग से गुरुवार को होना था लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति के इसके बजट को कम करने के फैसले के कारण इसे पहले मैच से पूर्व करने का निर्णय लिया गया।
लगातार बढ़ा आइपीएल ब्रांड : कुछ लोग कह सकते हैं कि पांच साल पहले इस टी-20 फॉर्मेट ने स्पॉट फिक्सिंग और गैरकानूनी सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया, जिसकी परिणति दो साल पहले चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स फेंचाइजियों पर प्रतिबंध के रूप में हुई। हालांकि इसके बावजूद इन सालों में आइपीएल न केवल बचा रहा बल्कि उसने तरक्की भी की। आइपीएल के पांच साल के प्रसारण अधिकार स्टार इंडिया ने 16,000 करोड़ रुपये से ज्यादा में खरीदे हैं। यह करार दिखाता है कि आइपीएल कितना बड़ा ब्रांड है।
सीएसके और राजस्थान की वापसी से लगा तड़का : एमएस धौनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स और शेन वॉर्न की कोचिंग वाली राजस्थान रॉयल्स की वापसी से यह चरण रोमाचंक हो गया है। उनकी गैर मौजूदगी के बावजूद दोनों टीमों के प्रशंसक उनके प्रति वफादार बने हुए हैं, खासकर सुपर किंग्स के प्रशंसक। धौनी एंड कंपनी के प्रशंसक उन्हें दोबारा मैदान पर देखने के लिए बेताब हैं। उन्हें उम्मीद होगी कि पीली जर्सी वाली टीम तीसरी बार खिताब पर कब्जा जमाने में कामयाब रहेगी। वहीं, दूसरी ओर शेन वॉर्न के मार्गदर्शन में रॉयल्स भी 10 साल बाद खिताब अपने नाम करना चाहेगा।
विराट भी खिताब के लिए बेकरार : भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान बनने की ओर विराट कोहली आज तक अपनी आइपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर को इस लीग का खिताब नहीं दिला पाए हैं। वह अपनी टीम के प्रशंसकों से ज्यादा अपने लिए पहली बार लीग का खिताब जीतने के लिए बेकरार हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रशंसकों से ज्यादा अपने लिए यह खिताब जीतना चाहता हूं।