

रेल मंत्रालय और इसरो के बीच हुआ समझौता, दिसम्बर 2018 तक जीआईएस पोर्टल होगी रेल संपत्ति
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने अपनी संपत्तियों की प्रभावी निगरानी, रखरखाव और प्रबंधन के लिए गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसके लिए ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) पोर्टल का इस्तेमाल किया जाएगा। सैटेलाइट की मदद से रेलवे सभी स्टेशनों के आसपास नए अतिक्रमण की पहचान करेगा।
रेल मंत्रालय ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जीआईएस प्लेटफार्म पर रेल संपत्ति की ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) आधारित जानकारी दिसम्बर 2018 तक पूरा होने की उम्मीद है। मंत्रालय के अनुसार इस एप्लीकेशन में भारतीय रेलवे की भूमि संबधित योजनाओं को सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए देखा जा सकता है। इसरो के भूवन प्लेटफार्म से सैटेलाइट तस्वीरों को लिया जा रहा है। जीआईएस पोर्टल को विकसित करने के बाद, सैटेलाइट तस्वीरों की तुलना करके स्टेशन के चारों ओर नए अतिक्रमण की पहचान की जा सकती है जिसे इसरो द्वारा नियमित अंतराल के बाद अपडेट किया जा रहा है।