

मंगलवार को शनि जयंती है. इस दिन प्रमुख शनि मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. देश में अनेक ऐसे शनि मंदिर हैं, जो श्रृद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं. इनमें से कुछ मंदिरों से पौराणिक मान्यताएं भी जुड़ी हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही शनि मंदिरों के बारे में बता रहे हैं.
1. शनि मंदिर, उज्जैन
मध्य प्रदेश के उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर नवग्रह शनि मंदिर है. मंदिर के पुजारी पंडित राकेश बैरागी के अनुसार, इस मंदिर की स्थापना लगभग 2 हजार साल पहले राजा विक्रमादित्य ने की थी. यहां मुख्य शनि प्रतिमा के साथ ही एक अन्य शनि प्रतिमा भी स्थापित है, जिसे ढय्या शनि कहते हैं. जिन लोगों पर शनि की ढय्या का प्रभाव होता है, वे ढय्या शनि को तेल चढ़ाते हैं. शनि की साढ़ेसाती और अन्य समस्याओं के लिए शनि की मुख्य प्रतिमा की पूजा की जाती है.
2. शनि शिंगणापुर
यह भारत का सबसे प्रसिद्ध शनि मंदिर है. ये मंदिर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के नेवासा तालुका के गांव शनि शिंगणापुर सोनाई में स्थित है. यहां शनिदेव की पाषाण प्रतिमा एक चबूतरे पर स्थापित है. ये प्रतिमा लगभग पांच फीट नौ इंच ऊंची व एक फीट छह इंच चौड़ी है. यहां दूर-दूर से श्रृद्धालु शनिदेव को मनाने के लिए आते हैं.
3. शनि मंदिर, इंदौर
जूनी इंदौर में भगवान शनिदेव का मंदिर है. यह मंदिर अन्य मंदिरों से थोड़ा अलग है क्योंकि यहां शनिदेव का 16 श्रृंगार किया जाता है. यहां शनिदेव को रोज शाही कपड़े भी पहनाए जाते हैं.
4. शनिश्चरा मंदिर, मुरैना
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शनिदेव का प्राचीन मंदिर है. मान्यता है कि हनुमानजी ने लंका से शनिदेव को यहां फेंका था. तभी से शनिदेव यहां पर विराजमान हैं. यहां शनिदेव को तेल अर्पित करने के बाद गले मिलने की प्रथा भी है.
5. शनि मंदिर, कोसीकलां
यह मंदिर उत्तर प्रदेश में ब्रजमंडल के कोसीकलां गांव के पास स्थित है. यह शनि मंदिर भारत के प्राचीन शनि मंदिरों में से एक है. लोक मान्यता है कि यहां खुद भगवान श्रीकृष्ण ने शनिदेव को दर्शन दिए थे.
6. शनि मंदिर, तिरुनल्लर
यह मंदिर तमिलनाडु के प्रमुख मंदिरों में से एक है. मान्यता है कि जिन लोगों पर शनि का अशुभ प्रभाव हो, वे यदि यहां आकर दर्शन करें तो शनिदेव उन पर प्रसन्न हो जाते हैं और उन्हें राहत मिलती है.