शाह ने विपक्षी नेताओं की तुलना बाढ़ में फंसे जानवरों से की


भारतीय जनता पार्टी के 38वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए शुक्रवार को अमित शाह ने विपक्षी नेताओं की तुलना बाढ़ में फंसे जानवरों से की। मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि मोदी से डरकर विपक्ष एकता की बात कह रहा है। शाह ने कहा कि विपक्षी नेताओं का एक साथ आना ऐसा ही है, जैसे बाढ़ आने पर सांप, बिच्छू, नेवला, बिल्ली, कुत्ते वगैरह सब जानवरों का आपसी लड़ाई भूलकर जान बचाने को एक ही पेड़ पर चढ़ जाना। शाह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियत बाढ़ की तरह है जिसमें विपक्ष बह गया है।

अमित शाह ने कहा कि विपक्षी पार्टियों को भाजपा के खिलाफ एकजुट करने की कोशिशें की जा रही हैं। जब बाढ़ आती है तो नेवला, सांप, बिल्ली, कुत्ते सब एक ही चढ़ जाते हैं। आज मोदी की बाढ़ में विपक्ष भी ऐसे ही एक साथ आ गया है। शाह ने कहा कि विपक्षी भाजपा से डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि 10 सदस्यों से शुरू हुई भाजपा आज 11 करोड़ सदस्यों वाली पार्टी है। हमने केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। वहीं शिवसेना से गठबंधन को लेकर मीडिया से बातचीत में अमित शाह ने कहा है कि हम शिवसेना के साथ रहना चाहते हैं। शाह ने कह कि मेरी हार्दिक इच्छा है हम और शिवसेना साथ रहें।

एससी-एसटी ऐक्ट और आरक्षण को लेकर अमित शाह ने कहा कि इन मुद्दों पक विपक्ष झूठ फैला रहा है। शाह ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि मोदी सरकार ने एससी-एसटी ऐक्ट को हटा दिया। किसी ऐक्ट को नहीं हटाया गया है। शाह ने साफ कहा कि हम कभी आरक्षण नहीं हटाने वाले। इसको लेकर विपक्ष सिर्फ और सिर्फ झूठ फैला रहा है।

 

अमित शाह ने कहा कि भाजपा की 21 राज्यों में सरकार है लेकिन अभी पार्टी का स्वर्ण काल नहीं है। शाह ने कहा कि भाजपा का स्वर्ण काल तब आएगा, जब हम ओडिशा और बंगाल में भी जीतेंगे और 2019 में फिर से बहुमत के साथ केंद्र में आएंगे। शाह ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वो अभी से 2019 के लोकसभा के लिए जुट जाएं और मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए काम करें।