

जेट एयरवेज की मुंबई से जयपुर जाने वाली फ्लाइट में अचानक यात्रियों के नाक से खून बहने लगा और कुछ को सुनाई देने में दिक्कत आने लगी. यात्रियों की खराब हालत देख फ्लाइट को तुरंत वापस मुंबई लौटा लिया गया. फ्लाइट में ऐसा केबिन प्रेशर को स्विच ऑन न करने के कारण हुआ.
नाक-कान से खून बहने के बाद यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही इलाज किया गया. उनमें से पांच को डॉक्टर बालाभाई नानावती अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल के मुख्य परिचालन अधिकारी राजेंद्र पाटनकर ने बताया कि हवा के दबाव (केबिन प्रेशर) में बदलाव से प्रभावित होने के चलते उन्हें सुनाई देने में दिक्कत आ रही है. ये परेशानी अस्थाई है और इसे ठीक होने में एक हफ्ते से 10 दिन का समय लगेगा.
केबिन क्रू की गलती
मुंबई से जयपुर जा रही जेट एयरवेज की इस फ्लाइट में टेकऑफ के दौरान क्रू केबिन प्रेशर को बरकरार रखने का स्विच दबाना भूल गया था. इस वजह से फ्लाइट में ऑक्सीजन की कमी हो गई और ऑक्सीजन मॉस्क नीचे आ गए.
मामले की जांच पूरी होने तक फ्लाइट के पायलटों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. फ्लाइट में सवार 166 में से 30 यात्रियों के नाक और कान से खून बहने लगा था. वहीं कुछ लोगों को सिर दर्द भी होने लगा.
ड्यूटी से हटाया गया क्रू
जेट एयरवेज की उस उड़ान के क्रू को ड्यूटी से हटा दिया गया है. जिसकी लापरवाही की वजह से केबिन प्रेशर बरकरार रखने का स्विच ऑन नहीं किया गया था. नागरिक उड्डयन के महानिदेशालय (DGCA) के मुताबिक, एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने जांच शुरू कर दी है.
जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा, फ्लाइट के कॉकपिट क्रू को फिलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है. और एयरवेज की तरफ से यात्रियों के लिए अलग से फ्लाइट की व्यवस्था की गई.