

पान के बिना कोई भी पूजा पूर्ण नहीं होती है, जब भी कोई विशेष पूजा की जाती है तो उस पूजा में पान के पत्तों को अवश्य शामिल किया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब समुद्र मंथन हुआ, उस समय पूजा में पान के पत्तों का उपयोग किया गया और तभी से पूजा के समय पान के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। पान के पत्तों का धार्मिक महत्व तो है ही इसके साथ ही इसे वास्तुशास्त्र में भी बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। वास्तुशास्त्र के अनुसार पान के पत्तों को घर में रखने से वास्तुदोष दूर होता है। इसके अलावा भी पान के पत्तों को अनेक रोग-बाधाओं को दूर करने के लिए काम में लिया जाता है, आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…….
घर से नकारात्मकता को दूर करने के लिए पान के पांच पत्तो को एक धागे में बांधकर सूखने के लिए रख दें, जब ये पत्ते सुख जाएं तो इसे अपने घर के मुख्य द्वार पर लटका दें। इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी। वास्तुशास्त्र के अनुसार पान के पत्तों को घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अगर घर में किसी छोटे बच्चे को नजर लग गई है तो पान के पत्ते में सात गुलाब की पंखुड़ियां रखकर बच्चे के ऊपर से वारकर किसी चौराहे पर रख दें, नजरदोष दूर होगा।
अगर आपका व्यवसाय सही नहीं चल रहा है और लगातार हानि का सामना करना पड़ रहा है तो वास्तुशास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन 8 पान और 5 पीपल के पत्ते लेकर उसे एक धागे में बांधकर ऑफिस की पूर्व दिशा में लटका दें। जब ये पत्ते सूख जाएं तो इन्हें किसी नदी में प्रवाहित करें। धीरे -धीरे व्यापार में सुधार होने लगेगा।
आप जिस कार्य के लिए जा रहे हैं उस कार्य में आपको सफलता प्राप्त हो इसके लिए आप काम पर जाते समय एक पान का पत्ता अपनी जेब में डालकर रखें, सफलता मिलेगी।
रोज सुबह गणेशजी के मंदिर में जाकर एक पान के पत्ते पर घी और सिंदूर मिलाकर स्वस्तिक बनाएं, उस पर कलावे में एक सुपारी को लपेटकर रख दें।