यह दुर्लभ व्रत तीन साल में आता है, इस साल यह व्रत 25 मई को


अधिकमास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मिनी या कमला एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल 25 मई के दिन एकादशी पड रही है। अधिकमास में आने वाली कमला एकादशी को दुर्लभ माना जाता है।

यह अधिकमास यानी मलमास में ही आती यानी की तीन साल में आती है। अधिक मास का महीना भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।

वैसे तो पूरे साल 24 एकादशी होती हैं। लेकिन अधिकमास वाले वर्ष में 26 एकादशी हो जाती है। अधिक मास में आने वाली कमला एकादशी का व्रत करने से सभी पापों का नाश होता है। इस व्रत को करने से देवी लक्ष्मी की कृपा भक्त पर हमेशा बनी रहती है।

कमला एकादशी में भगवान विष्णु और उनके अलग अलग रूपों की पूजा की जाती है। एकादशी के दिन गरीबों को तिल, वस्त्र, धन, फल एवं मिठाई का दान किया जाता है।

कमला एकादशी के व्रत में सफेद वस्त्र पहन कर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है।