

शनि जंयति पर शनि देव का जन्मदिन मनाया जाता है। शास्तों में माना गया है कि ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावास्या के दिन भगवान शनि का जन्म हुआ था। इस कारण से आज के दिन को शनि जंयति के रुप में मनाया जाता है। आज शनि देव की विशेष पूजा अर्चना करने से लाभ मिलता है, व जीवन भर शनि की कृपा बनी रहती है। आज शनि जयंति के अवसर पर कुछ विशेष मंत्र बता रहें हैं जिसका जाप करने से शनि देव की कृपा सदैव बनी रहेगी।
शनि के विशेष मंत्र
- सूर्यपुत्रो दीर्घदेहो विशालाक्षः शिवप्रियः
मंदचार प्रसन्नात्मा पीड़ां हरतु में शनिः - नीलांजन समाभासं रवि पुत्रां यमाग्रजं।
छाया मार्तण्डसंभूतं तं नामामि शनैश्चरम्।।प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः - ओम शं शनैश्चराय नमः।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु कृष्णौ रौद्रान्तको यमः।
सौरि शनैश्चरा मंद पिप्पलादेन संस्थितः।।
ओम शं शनैश्चराय नमः। - ओम शं शनैश्चराय नमः।
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिया।
कण्टकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा।।
शं शनैश्चराय नमः।