

प्रयाग में अगले साल लगने जा रहा कुंभ मेला यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं के साथ ही कुछ अन्य कारणों से भी खास होगा। करोड़ों लोग अपनी धार्मिक आस्थाओं का उत्सव पूरे उत्साह और निर्बाध तरीके से मना सकें, इसके लिए राज्य सरकार यात्रियों को कुछ अभूतपूर्व सुविधाएं देने के साथ, पुराने प्रयाग में स्थित बारह माधव यात्रा और पंचकोसी परिक्रमा को भी फिर से शुरू करने जा रही है।
ऐसी मान्यता है कि इलाहाबाद की इस पावन नगरी के अधिष्ठाता भगवान श्री विष्णु स्वयं हैं और वे यहाँ माधव रूप में विराजमान हैं। भगवान के यहाँ बारह स्वरूप विद्यमान हैं। जिन्हें द्वादश माधव कहा जाता है।
आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई भाषा को बताया कि पुराने प्रयाग में स्थित भगवान कृष्ण के बारह माधव स्वरूप को संवारा जाएगा और उनके लिए उचित यात्रा मार्ग का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही प्रयाग में कभी होने वाली पंचकोसी परिक्रमा को फिर से जीवित करने का बीड़ा सरकार ने उठाया है।
उन्होंने बताया कि कुंभ से पहले बारह माधव मार्ग और पंचकोसी परिक्रमा के सभी कार्य पूरे हो जाएंगे। इसके लिए शासन ने 5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की है। पंचकोसी परिक्रमा के दायरे में आने वाले मार्गों का चौड़ीकरण, विद्युतीकरण आदि किया जा रहा है।
योगी सरकार ने कुंभ में श्रद्धालुओं का पूरा ख्याल रखने की योजना बनाई है और उनके लिए यात्री निवास के साथ ही गंगा पंडाल और सत्संग पंडाल स्थापित करने की तैयारी की है।
सूत्रों ने बताया कि इस बार का कुंभ, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिहाज से एकदम अलग होगा। सरकार ने गंगा पंडाल लगाने की योजना बनाई है। एक पंडाल में 10,000 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। आगामी कुंभ मेले को 20 सेक्टर में बांटा जाना प्रस्तावित है।