

अमबी अस्पताल के कैंसर विभाग में मंगलवार सुबह शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग से किसी मरीज या स्टाफ को जान की हानी तो नहीं हुई लेकिन स्टोर में रखे दस्तावेज जलकर राख हो गए। जिस वक्त आग लगी उस दौरान अस्पताल के रिकॉर्ड रूम में रेजीडेंट डॉक्टर, कैंसर वार्ड में 15 रोगी और नर्सिंग स्टाफ और रेजीडेंट मौजूद थे। सूचना पर तीन दमकल गाड़ियां पहुंचीं।
दो घंटे में आग पर काबू पाया
सुबह लगभग 11.40 बजे लगी आग को फायर फाइटिंग टीम और अस्पताल के नर्सिंग कर्मचारियों ने मिलकर दो घंटे में काबू तो पा लिया, लेकिन अस्पताल के अंदर अन्य वार्डों में धुआं भर गया। घटना के बाद पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। कैंसर वार्ड में भर्ती मरीजों को अन्य वार्डों और आईसीयू में शिफ्ट किया गया। आग का केंद्र अस्पताल के अंदरूनी हिस्से में होने के कारण फायर फाइटिंग टीम को अंधेरे का भी सामना करना पड़ा। आग पर काबू पाने और लोगों को बाहर निकालने के लिए 75 से ज्यादा कांच फोड़े गए।
5 दरवाजे और 3 जालियां तोड़ीं
5 दरवाजे और 3 जालियां भी तोड़ी गईं। आग बुझाने में निगम की फायर फाइटिंग टीम, नर्सिंग स्टाफ, रेजीडेंट डाक्टर्स, होम गार्ड का बड़ा रोल रहा। आग का असर अस्पताल के रिकॉर्ड स्टोर रूम, रेडियोथैरेपी विभाग, कैंसर विभाग, कीमोथैरिपी विभाग, एक्स-रे रूम और मेल वार्ड पर रहा।
कलेक्टर पहुंचीं, मरीजों से मिलीं
सूचना मिलते ही कलेक्टर आनंदी अस्पताल पहुंचीं और पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया। जिन वार्डों में रोगियों को शिफ्ट किया गया था वहां रोगियों से भी मिलीं।