भारत के इन मंदिरों में मिलता है अनोखा प्रसाद


वैसे तो भारत में जगह – जगह आपको मंदिर देखने को मिल जाऐंगे। कही भगवान हनुमान जी का तो कही भगवान शंकर का तो कही मां दुर्गा का। आपको बता दे कि पौराणिक कथाओ के अनुसार सृष्टि में कुल 33 करोड़ देवी-देवता है। और उन्हें मानने वालें भी, इसके अलावा देश में करोडों मंदिर भी देखने को मिल जाते है। वैसे भी भारत को यूं ही विभिन्न धर्मो का देश नही कहा जाता है। वैसे आपने कई प्रकार के मंदिर तो देखें होंगे। जिनमें कई अपने चमत्कार को लेकर तो कई मंदिर की बनावट के लिए पूरी दुनिया में काफी ज्यादा फेमस है। इसी तरह देश में कुछ ऐसे खास मंदिर भी है जो अपने अनोखे और अजीबोगरीग प्रसाद के लिए फेमस है।

जी हां, मंदिर में आज तक आपने किसी मिठाई, बताशे या गुड़ का ही भोग लगाया होगा । प्रसाद में भी ऐसा ही कुछ मिला होगा लेकिन जानिए भारत के उन अनोखे मंदिरों के बारे में जहां प्रसाद के रूप में भी कुछ अनोखा सामान ही मिलता है।

बर्गर और सैंडविच का प्रसाद
चेन्नई के पडप्पई में बना है जय दुर्गा पीठम मंदिर । यहां प्रसाद के रूप में लोगों को ब्राउनी, बर्गर, सैंडविच और चैरी-टमाटर की सलाद दी जाती है । मंदिर का ये प्रसाद फूड स्‍टैंडर्ड के अनुसार है और बकायदा FSSAI से प्रमाणित है । इस प्रसाद पर एक्सपायरी डेट भी लिखी होती है । मंदिर में गली वेंडिग मशीन में टोकन डालकर भक्‍त प्रसाद का डिब्बा पाते हैं ।

करणी माता मंदिर में चूहों का झूठा प्रसाद का है अपना महत्व।
राजस्‍थान के बीकानेर में देशनोक इलाके में स्थित है करणी माता का मंदिर । ये मंदिर विख्‍यात है यहां रहने वाले चूहों की वजह से । इस मंदिर में भक्‍तों को चूहों का झूठा प्रसाद दिया जाता है । इस मंदिर में 20 हजार से ज्‍यादा चूहे रहते हैं । इन चूहों को माता करणी की संतानें माना जाता है । हर साल यहां लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन को पहुंचते हैं और चूहों का जूठा प्रसाद ग्रहण करते हैं ।

केक प्रसाद की भी हुई शुरुआत
चेन्‍नई के पडप्‍पई मंदिर में हाल ही में मंदिर के अधिकारियों की ओर से ‘बर्थडे केक प्रसादम’ की भी शुरुआत की है । इसके अंतर्गत भक्तों को उनके बर्थडे पर केक का विशेष प्रसाद दिया जाता है । मंदिर में इसका रिकॉर्ड रहे इसके लिए भक्‍तों का एडरेस और जन्‍म की तारीख लिखी जाती है । इस मंदिर को आुधनिक बनाने के लिए कई और काम भी होते रहते हैं ।

इस मंदिर में चढ़ाई जाती हैं चॉकलेट
चॉकलेट को विदेशी वस्‍तु मानकर इससे दूर रहने वाले अगर केरल के बालसुब्रमणिया मंदिर जाने की सोच रहे हैं तो विचार त्‍याग दें । क्‍योंकि इस मंदिर में चॉकलेट का ही प्रसाद चढ़ता है और भक्‍तों में भी चॉकलेट ही बांटी जाती है । स्‍थानीय मान्‍यता के अनुसार बालामुरुगन भगवान को चॉकलेट बहुत पसंद है, इसलिए प्रसाद के रूप में यहां चॉकलेट ही चढाने की परेपरा है ।

इस मंदिर में मिलता है नूडल्स का प्रसाद
कोलकाता के टांगरा क्षेत्र में काली मा का एक मंदिर है जो चाइनीज काली मंदिर के नाम से जाना जाता है । इस मंदिर में भक्‍त नूडल्‍स, चावल और सब्जियों का भोग लगाते हैं । दरअसल कोलकाता के इस क्षेत्र में चाइनीज लोगों की अधिकता है । उसी क्षेत्र में ये मंदिर होने से यहां इस प्रकार के प्रसाद को चढ़ाने और वितरित करने की परंपरा शुरू हुई है ।

मंदिर जहां मिलता है डोसा का प्रसाद
तमिलनाडु के मदुरई में बने भगवान विष्णु के अलागार मंदिर में प्रसाद के रूप में डोसा मिलता है।

प्रसाद के रूप में मिलती है सीडी, डीवीडी
चौंकिए मत ! केरल के थ्रिसुर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में धार्मिक चीजों से ओत-प्रोत सीडी, डीवीडी किताबें वितरण की जाती है। इसके पीछे की मान्यता, मंदिर के प्रसाद को हाई-टेक करना नहीं है, बल्कि मंदिर के ट्रस्ट का मानना है कि धर्म और ज्ञान के प्रचार और प्रसार से बढ़कर अन्य कोई प्रसाद हो ही नहीं सकता।

इस मंदिर में प्रसाद में बंटती है शराब
जी हाँ , दिल्‍ली के भैरव मंदिर में शराब चढ़ाए जाने की बात आप सबने सुनी होगी लेकिन क्‍या कभी ऐसा शिव मंदिर सुना है जहां शिवलिंग का अभिषेक शराब से किया जाता हो । शायद नहीं, सीतापुर जिले में एक ऐसा शिव मंदिर है, जहां भोलेनाथ का अभिषेक शराब से होता है । प्रसाद के तौर पर ये शराब यहां के बंदर पीते हैं । खबीस बाबा, भैरव बाबा का ही रूप माने जाते हैं। sours : pajab kesari