

भगवान गणेश को सभी देवता में प्रथम पूज्य देव माना गया है। किसी भी काम की शुरूआत से पहले श्रीगणेश का नाम लेने से सभी प्रकार के विघ्न खत्म होकर अपने फल को प्राप्त करता है। हमें से कई लोग भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा या तस्वीर या उनका प्रतीक चिह्न अपने घर के मुख्यद्वार पर लगाते हैं। अगर आपके घर के मुख्यद्वार पर भी गौरी नंदन श्रीगणेश की मूर्ति या प्रतिमा लगी है तो कुछ बातों को खास ध्यान रखने से घर में रहने वालों सभी सदस्यों का मंगल होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा के साथ-साथ सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है…
1. अगर घर के मुख्य द्वार पर गणेशजी की मूर्ति लगी है तो दरवाजे के आसपास हमेशा साफ-सफाई रखें। प्रवेश द्वार स्वच्छ रहेगा तो घर में महालक्ष्मी के आने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
2. प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक, ऊँ, शुभ-लाभ जैसे मांगलिक चिह्न लगा सकते हैं। अगर घर दक्षिण या उत्तरमुखी है तो द्वार पर गणेशजी की फोटो या मूर्ति लगाना ज्यादा शुभ होता है।
3. अगर घर के मुख्य द्वार पर गणेशजी की प्रतिमा या फोटो लगाया गया है तो दरवाजे की दूसरी ओर ठीक उसी जगह पर गणेशजी की प्रतिमा या फोटो इस प्रकार लगाएं कि दोनों गणेशजी की पीठ मिली रहे। इस प्रकार से दूसरी प्रतिमा या फोटो लगाने से घर के कई वास्तु दोष दूर हो सकते हैं
4. घर के जिस हिस्से में वास्तु दोष है, उस जगह दीवार पर सिंदूर में घी मिलाकर स्वस्तिक बनाएं। इससे वास्तु दोष दूर हो सकते हैं।
5. ध्यान रखें घर में बैठे हुए गणेशजी की मूर्ति या फोटो रखनी चाहिए। इस फोटो के असर से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
6. अगर आप सिंदूरी रंग के गणपति की पूजा रोज करेंगे तो मनोकामनाएं जल्दी पूरी हो सकती हैं। इसीलिए घर में सिंदूरी रंग के गणेशजी रखना ज्यादा शुभ माना गया है।