पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ित होकर भारत आए 11 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण-पत्र जैसलमेर जिला कलैक्टर ने सीमान्त हिन्दू संगठन के अध्यक्ष हिन्दूसिंह सोढा की मौजूदगी में दिए। नागरिकता के प्रमाण-पत्र लेकर सालों से भारत में निवास कर रहे पाक विस्थापितों के चेहरे खिल उठे। 2016 से लेकर जैसलमेर जिले में आज तक 55 लोगों को भारतीय नागरीकता मिल चुकी है। इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार के साथ ही जिला प्रशासन को सभी ने धन्यवाद देते हुए आभार जताया। सभी ने कहा कि आज हमारी नागरिकता की मुराद पूरी हुई है, इससे बड़ा गर्व हमारे लिए क्या हो सकता है। पाक विस्थापितों ने इस मौके पर अपना दर्द बयान करते हुए बताया कि अब नागरिकता मिलने के बाद वे बहुत खुश है और एक आम भारतीय की तरह वे भी भारत के नागरिक कहलाए जाएंगे। संबंधित योजनाओं का लाभ मिलेगा और बच्चे स्कूल पढ़ाई कर सकेंगे। कलेक्टर प्रताप सिंह व हिन्दू सिंह सोढा ने भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वाले सभी लोगों को हार्दिक बधाई दी। CAA पर कुछ खुशी बाकी नाराजगी दिखाई दी वही हिन्दू सिंह सोढ़ा ने बताया कि 11 लोगों को नागरिकता मिली है खुशी है सभी को नागरिकता मिले यह हमारा सपना है। मेरे मिशन में दो बाते है एक नागरिकता दूसरा उनका पुनर्वास भी है और उनका सुनहरा भविष्य हो उनको तमाम सुविधाओं का लाभ मिले उनके सर पर छत हो CAA के तहत नागरिकता मिल रही है अच्छी बात है जो कटोफ रखी है उससे हम बोहत परेशान हैं सरकार को आगाह भी किया है आगे राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मिलेंगे और आग्रह भी करेगे की इसे फ्री करे। क्यों की सभी लोग धार्मिक उत्पीड़न की वजह से याह आए है। 2014 के बाद वालो को साथ नहीं लेने से बड़ी परेशानी होगी। दो तीन पीढ़ी के संघर्ष को टालना चा रहे है। कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित नागरिकता शिविर के अवसर पर पाक विस्थापित मां, बेटा एवं बहू को एक साथ भारतीय नागरिकता के प्रमाण-पत्र प्राप्त हुए वहीं अर्जुनदास पुत्र म​गीयों को 24 वर्ष बाद, 44 वर्षीया मरियम पत्नी ढालूमल को दस साल बाद, 56 वर्षीया नामा पत्नी तारियो व उसके पति 60 वर्षीय तारियो पुत्र सांगियो को 12 साल बाद भारतीय नागरिकता मिली है। इस दौरान सीमान्त हिन्दू संगठन के अध्यक्ष हिन्दूसिंह सोढा के साथ ही भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वाले नागरिक एवं उनके परिवारजन उपस्थित थे। इसी प्रकार 51 वर्षीया केंकू पत्नी मगो को दस साल बाद, 39 वर्षीय सवीरजी पुत्र राणाराम, 41 वर्षीय सुल्तान पुत्र राणाराम तथा 37 वर्षीया ओरामाई पत्नी सुल्तान को भी दस साल बाद भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई। बारह वर्ष के बाद सुल्तान-ओरामाई, नामा व तारियो को पति-पत्नी के रूप में एक साथ भारतीय नागरिकता मिली है। इस मौके पर पाक विस्थापितों की ओर से जिला कलेक्टर प्रतापसिंह एवं हिन्दू सीमांत संगठन के अध्यक्ष हिंदूसिंह सोढा का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस दौरान संगठन के दिलीप सिंह सौढा, न्यायिक शाखा वरिष्ठ सहायक स्वरुपसिंह भाटी भी उपस्थित थे।