माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में मौत के बाद से ही उत्तर प्रदेश में सियासी घमासान मचा हुआ है. जहां एक ओर विपक्षी दलों ने इसे हत्या करार देते हुए न्यायिक जांच की मांग की है तो वहीं मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी ने भी गंभीर सवाल खड़े किये हैं. बेटे उमर अंसारी का कहना है कि पिता मुख़्तार की मौत स्वाभाविक नहीं है. उन्होंने हत्या की आशंका लग रही है. लिहाजा मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमॉर्टम एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए.

उमर अंसारी ने पोस्टमॉर्टम से पहले कागजों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया और नमाज पढ़ने के लिए निकल गए. उन्होंने कहा कि उन्हें बांदा जिला प्रशासन और मेडिकल विभाग पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि इसलिए डीएम को पत्र लिखकर एम्स के डॉक्टरों से पोस्टमॉर्टम करवाने की मांग की है. उमर अंसारी ने कहा कि उन्हें हत्या की साजिश लग रही है और उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा था. उमर अंसारी के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर हस्ताक्षर न करने की वजह से जिला प्रशासन भी पशोपेश में था. लेकिन 2 बजकर 20 मिनट पर उमर अंसारी जब नमाज पढ़कर आए और हस्ताक्षर किया तो पोस्टमॉर्टम शुरू हुआ.

इस बीच बांदा की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. एमपी-एमएलए कोर्ट की जज गरिमा सिंह मामले की न्यायिक जांच करेंगी और एक महीने के अंदर जांच रिपोर्ट सीजेएम बांदा को सौंपेगी. हालांकि इस बीच सपा, बसपा और कांग्रेस की तरफ से मुख़्तार की मौत पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.