केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 11वीं, 12वीं परीक्षा में एक अहम बदलाव करने जा रहा है. यह बदलाव सीबीएसई ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार किया जाएगा. इसके तहत असेसमेंट और मूल्यांकन में बदलाव करने की पेशकश की गई है. सीबीएसई कक्षा 11वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में अब अधिक योग्यता-आधारित प्रश्न होंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संशोधित दिशानिर्देशों के मुताबिक, कक्षा 11वीं और 12वीं में एमसीक्यू/केस-आधारित प्रश्न, स्रोत-आधारित एकीकृत प्रश्न या किसी अन्य प्रकार के योग्यता-केंद्रित प्रश्नों को 40 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है.

दूसरी ओर वर्ष 2024-25 शैक्षणिक सेशन में निर्मित प्रतिक्रिया प्रश्न (लघु उत्तर प्रश्न / दीर्घ उत्तर प्रकार के प्रश्न, मौजूदा पैटर्न के अनुसार) को 40 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है. चयनित प्रतिक्रिया प्रकार के प्रश्न (एमसीक्यू) समान (20 प्रतिशत) ही रहते हैं. हालांकि, कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए वर्ष के अंत की परीक्षा/बोर्ड परीक्षा (सैद्धांतिक) के प्रश्न पत्रों की संरचना में नए शैक्षणिक सेशन (2024-25) के लिए कोई बदलाव नहीं देखा गया है.

सीबीएसई के एक आधिकारिक नोटिस में कहा, “बोर्ड का मुख्य जोर एक एजुकेशनल इकोसिस्टम बनाने पर था, जो रटने से दूर और सीखने की ओर बढ़ेगा, जो 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों की रचनात्मक, महत्वपूर्ण और सिस्टम सोच क्षमताओं को विकसित करने पर केंद्रित है.” इस बीच, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने घोषणा की थी कि कक्षा 3 के लिए एनसीएफ-एसई 2023 के अनुरूप नई पाठ्यपुस्तकें अप्रैल 2024 तक और कक्षा 6 के लिए मई 2024 के मध्य तक उपलब्ध होंगी. सभी एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों की डिजिटल प्रतियां एनसीईआरटी पोर्टल, दीक्षा और ईपाठशाला पोर्टल और ऐप पर मुफ्त में उपलब्ध है.