जग विख्यात चार दिवसीय मरू महोत्सव के दौरान गुरूवार को जैसलमेर के पवित्र गड़ीसर सरोवर से भव्य शोभायात्रा के साथ मरू महोत्सव का आगाज हुआ। इससे पूर्व नगर के अराध्य देव श्री लक्ष्मीनाथ जी के मन्दिर में पूजा अर्चना कर शंखदनाद किया गया। महोत्सव में मरू संस्कृति की झलक को दृश्यावलोकन करती हुई भव्य शोभायात्रा निकाली गई ।

शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

गड़ीसर सरोवर से जिला कलक्टर प्रतापसिंह एवं जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने हरी झंडी दिखा कर लोक संस्कृति और परंपराओं को प्रतिदर्श भव्य शोभा यात्रा को रवाना किया। इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलक्टर परसाराम, मुख्य कार्यकारी अधीकारी भागीरथ विश्नोई, आयुक्त लजपालसिंह सोढा, पुलिस अधीक्षक प्रियंका कुमावत, उपनिदेशक पर्यटन कृष्णकांत, समाजसेवी कंवराजसिंह चौहान, अरूण पुरोहित, सुमार खॉन, कैलाश व्यास, लक्ष्मीनारायण खत्री, गाजीखॉ, खेल अधिकारी राकेश विश्नोई सहित जनप्रतिनिधिगण नगरवासी, देशी-विदेशी सैलानी शामिल थे।

मरू लोक संस्कृति से ओत-प्रोत रही शोभायात्रा

मरु महोत्सव के अन्तर्गत गुरूवार को गड़ीसर सरोवर से पूनमसिंह स्टेडियम तक निकली मनोहारी शोभायात्रा ने जैसलमेर के बाशिन्दों से लेकर देशी-विदेशी पर्यटकों को मरु लोक संस्कृति से रूबरू कराया। मुख्य बाजार से होती हुई निकली शोभायात्रा का नगर वासियों ने अपने घरों की छतों पर बैठ कर पुष्प वर्षा कर हार्दिक स्वागत किया एवं महोत्सव को उत्सव के रूप में लिया। शोभायात्रा की झलक पाने मार्ग के दोनों तरफ तथा भवनों की छतों पर सैलाब उमड़ पड़ा।

सीमा सुरक्षा बल के सजे-धजे ऊँट व उन पर बैठे बांके जवान आकर्षण का केन्द्र रहे

बीएसएफ के सजे-धजे ऊंट व इन पर सवार बीएसएफ के जांबाज, केमल माउण्टेन बैंड वादकों का समूह, मंगलकलश लिए बालिकाएं, लोक कलाकारों का कारवां दुर्ग से निकल कर मुख्य मार्ग से होता हुआ शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंच कर शानदार समारोह में परिवर्तित हुआ। शोभायात्रा का सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र सीमा सुरक्षा बल के उपसमादेष्टा मनोहर सिंह शेखावत के नेतृत्व में शाही पोषाक मंे अपने हाथों में भाले लिए हुए बांके जवान, सजे-धजे ऊँटों पर सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र रहे एवं देशी-विदेशी सैलानियों ने इस दृश्य को अपने कैमरों में कैद किया।
शोभायात्रा में श्रृंगारित ऊँटों पर सवार रौबीले मरु श्री एवं इस प्रतियोगिता के प्रतिभागी, मिस ऊँटों एवं ऊँट गाड़ों पर सवार पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित मिस मूमल एवं महेन्दा के प्रतियोगी और विभिन्न झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं। लोक कलाकारों के कई जत्थों ने रास्ते भर लोक नृत्यों और लोक वाद्यों से लय-ताल की धूम मचाते हुए मरु संस्कृति और राजस्थानी परंपराओं का दिग्दर्शन कराया।

लोक कलाकारों ने मचाई लोक संस्कृति की धूम

शोभायात्रा में सबसे आगे बास्केटबॉल अकादमी के छात्र अपने हाथों में पर्यटन विभाग का लोगो सहित बैनर लिए हुए थे, वहीं मस्कवादन कलाकारो ने मस्क के माध्यम से राजस्थानी लोक गीतों की मधुर स्वरियां पेश कर सभी को मोहित किया, यहीं नहीं इस पर कई महिला पर्यटकों ने उत्साह के साथ नृत्य भी किया। इसके साथ ही रंगी-बिरंगी पोशाकों में सजी-धजी बालिकाएं अपने सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रही थी, वहीं आंगीगैर द्वारा शानदार नृत्य पेश किया गया। इसके साथ ही लोक कलाकरों द्वारा कच्छी घोड़ी नृत्य पेश कर पूरे माहौल को संगीत से सरोबार कर दिया। मूमल-महिन्द्रा की झांकी भी ऊँट गाडो पर अतिसुन्दर लग रही थी। जयपुर के फौजदार ने बेहेरूपिया के रूप में वेशधारण कर दर्शकों को मोहित किया।

शहर में हुआ भव्य स्वागत

शहर की हृदय स्थली गोपा चौक से होती हुई यह यात्रा मुख्य बाजार, जिंदानी चौक, सदर बाजार, गांधी चौक, होते हुए हनुमान चौराहा से निकल कर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंची। शहर वासियों ने कतारें लगाकर शोभायात्रा का लुत्फ उठाया वहीं पुष्पवर्षा कर विभिन्न प्रतियोगिताओं के संभागियों का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत के साथ ही हौसला अफजाई की। इस दौरान शोभायात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों से आए लोक कलाकार अपने क्षेत्र की संस्कृति एवं नाच-गान प्रस्तुत करते हुए चलते रहे। जैसलमेर में तीन दिवसीय इंटरनेशनल डेजर्ट फेस्टिवल की आज से शुरुआत हुई। फेस्टिवल के पहले दिन मिस्टर डेजर्ट और मिस मूमल चुनी गई। साथ ही साफा, मूंछ और मिसेज जैसलमेर प्रतियोगिताएं हुईं। इन्हें देखने के लिए देशी-विदेशी पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी।

विदेशी मेहमानों की रही भागीदारी, महोत्सव को लेकर दिखाई उत्साह

मरू महोत्सव में इस बार विदेशी पर्यटकों की अच्छी भागीदारी रही। शोभायात्रा में विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए एवं शोभायात्रा और अन्य कार्यक्रमों के सभी मनोहारी दृश्यों को अपनी चिरस्थायी याद के लिए कैमरो में कैद किया।

श्री लक्ष्मीनाथ जी के मन्दिर में की पूजा अर्चना

मरू महोत्सव की शुरूवात नगर के अराध्य देव श्री लक्ष्मीनाथ जी के मन्दिर मंे जिला कलक्टर प्रतापसिंह एवं पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने विधि-विधान से पूजा अर्चना की एवं मरूमहोत्सव के मंगल आयोजन व सुख-समृद्धि की मंगलकामना की। मन्दिर के पुजारी अमित शर्मा ने अतिथियों से पूजा अर्चना करवाई एवं पवित्र झारी से जलआचमन दिया एवं प्रसाद दी।
इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलक्टर परसाराम, मुख्य कार्यकारी अधीकारी भागीरथ विश्नोई, आयुक्त लजपालसिंह सोढा, पुलिस अधीक्षक प्रियंका कुमावत, उपनिदेशक पर्यटन कृष्णकांत, पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्र सिंह जाम, समाजसेवी कंवराजसिंह चौहान, पूर्व मरूश्री विजय बल्लाणी, जितेन्द्र खत्री, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्रप्रकाश व्यास सहित विदेशी एवं देशी सैलानी नगर वासी उपस्थित थे। यहा पर खाजूवाला तहसील के दीनदयाल भील ने मश्कवादन से राजस्थानी गीतो की स्वर लहरिया बिखेर कर सभी को मोहित किया यही नही इनकी मश्कवादन की मधुर धुनो पर विदेशी महिला सैलानियो ने नृत्यकर महोत्सव का आन्नद लिया।

बीकानेर के श्रीकांत व्यास बने मिस्टर डेजर्ट -2024 और पारुल विजय बनी मिस मूमल-2024

कलात्मक सुन्दरता व बारीक नक्काशी कार्य के कारण विश्व स्तरीय पहचान बना चुकी स्वर्णनगरी में जग विख्यात मरु महोत्सव 2024 का आगाज हो गया। जग विख्यात मरू महोत्सव-2023 के अन्तर्गत जैसलमेर के शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में गुरुवार को जैसलमेर जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने मरू महोत्सव का विधिवत आगाज किया। मरू महोत्सव के अन्तर्गत मरूधरा के लोक जीवन के आयोजनों के साथ ही विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं बहुत ही आकर्षक रही। शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में महोत्सव के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर परसाराम, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष अरुण पुरोहित भाजपा नेता कवराज सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, देशी-विदेश सैलानी एवं नगर के साथ ही आस-पास का जन समुदाय उपस्थित रहा।

शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में आयोजित हुई विभिन्न प्रतिस्पर्धाएं दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रही। महोत्सव में सबसे आकर्षण का केन्द्र प्रतिस्पर्धा मिस मूमल एवं मिस्टर डेजर्ट रही। मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों के 41 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें निर्णायकों द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार मिस्टर डेजर्ट -2024 का खिताब डॉ श्रीकांत व्यास चुने गए। मिस मूमल प्रतियोगिता में 12 प्रतिभागियों ने भाग लिया। निर्णायकों द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार मिस मूमल-2024 का खिताब कुमारी पारुल विजय ने पाया।
मूमल-महिन्द्रा की प्रेम गाथा पर आधारित मूमल-महिन्द्रा झांकी प्रतियोगिता भी आकर्षण का केन्द्र रही। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर एयरफोर्स स्कूल की झांकी रही, वहीं दूसरे स्थान पर उड़ान पब्लिक स्कूल व तीसरे स्थान पर एमजीजीएस आईजीएनपी जैसलमेर रही।

विदेशियों की साफा बांधो प्रतियोगिता पर सभी दर्शक हसी से झूम उठे महोत्सव के दौरान देशी एवं विदेशी पुरूषों के लिए साफा बांधो प्रतियोगिता रखी गई। विदेशी साफा बांधो प्रतियोगिता में पुरूषों के साथ ही महिलाओं ने भी अपने सिर पर साफा बांधकर सभी को अचंभित कर दिया एवं उनके करतब को देखकर सभी दर्शक हंसी से झूम उठे। साफा बांधो प्रतियोगिता में विदेशी पर्यटकों के वर्ग में यूएसए के कॉल्वी ने प्रथम, जापान की चिया ने द्वितीय एवं यूएसए के टॉम सेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं स्थानीय प्रतियोगियो की साफा बांधो प्रतियोगिता में अनूप सिंह प्रथम, द्वितीय स्थान पर नाथुसिंह तथा तृतीय स्थान आईदानसिंह विजेता रहे। वहीं मंूछ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रविन्द्र जोशी, द्वितीय स्थान पर गेनाराम एवं अमृतलाल वहीं तृतीय स्थान पर चेतन प्रकाश और पंकज कुमार दवे रहे। प्रतियोगिताओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे इसके लिए जिला कलेक्टर प्रताप सिंह की पहल पर निर्धारित किए गए पेनल मे निर्णायकों का चयन किया गया। विदेशी मेहमानों की रही सहभागिताकोरोना के बाद मरू महोत्सव-2024 में विदेशी मेहमानों की भागीदारी रही एवं उन्होंने शोभायात्रा के साथ ही पूनम सिंह स्टेडियम में आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं को रूचि के साथ देखा एवं इसकी चिरस्थायी याद के लिए अपने कैमरों में कैद किया, वहीं देशी पर्यटकों ने भी महोत्सव का जमकर लुत्फ उठाया एवं भरपूर आनंद लिया।

तनेराव सिंह
जैसलमेर