विश्व अग्निहोत्र दिवस 61 वीं अग्निहोत्र जयन्ती के रूप में मनाया गया इस उपलक्ष्य में राजस्थान स्वास्थ्य योग परिषद् एवं माधव आश्रम भोपाल के संयुक्त तत्वाधान में वेणुज्ञानम् योग केन्द्र के योगाचार्य आनंद कृष्ण कोठारी, अग्निहोत्र प्रचारक कैलाश गंगवाल, दिनेश खण्डेलवाल एवं समाजसेवी राकेश गर्ग के सहयोग से 61 हवन कुण्डों में यज्ञ, योग व युक्ताहार समन्वित अग्निहोत्र प्रातः शिव मंदिर बरकत नगर एवं सायं 6.19 बजे दाधीच पार्क त्रिवेणी नगर में सामूहिक अग्निहोत्र यज्ञ संपन्न हुआ। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इंडियन योगा एसोसिएशन राजस्थान के संयुक्त सचिव एवं योगपीस संस्थान के योग निदेशक योगी मनीष विजयवर्गीय ने आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहां की इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 कार्यक्रमों की शृंखला में आयोजित योग शिविरों में अग्निहोत्र को भी सम्मिलित करेंगे जिससे इसका लाभ जन-जन को मिल सके।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता कैलाश गंगवाल ने बताया कि इस युग के सबसे पहले अग्निहोत्र यज्ञ का शुभारंभ 22 फरवरी 1963 को हीरा लाल शर्मा द्वारा माधवाश्रम बैरागढ़ भोपाल में किया गया यह अग्निहोत्र हवन सुख, शांति एवं समृद्धि का आधार है, यह प्रदूषण को दूर करने का सबसे सशक्त माध्यम है अतः हर व्यक्ति को अपने सर्वागीण विकास के लिए अग्निहोत्र को अपनी नियमित दिनचर्या का अनिवार्य अंग बनाना चाहिए। इस अवसर पर आनंद कृष्ण कोठारी ने योगाभ्यास करवाते हुए बताया कि अग्निहोत्र यज्ञ को लेकर कई रिसर्च हुए हैं, जिनकी रिपोर्ट एवं इससे हुए आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक लाभों से यह अभियान अब पूरे विश्व में फैल चुका है गुरुवार को जयपुर सहित विश्वभर के करीब 4 लाख से अधिक साधक परिवारों ने एक साथ अपने घरों में अकेले या सामूहिक हवन संपन्न हुए हैं। समाजसेवी राकेश गर्ग ने कहा अग्निहोत्र से न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि इसे नियमित करने वाले साधकों में पॉजिटिव परिवर्तन आते हुए समस्त मानसिक तनाव व साइकोसोमेटिक बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है। डॉ. रजनी चौधरी ने बताया कि नियमित यज्ञ, योग के साथ युक्ताहार करने वाले साधक की शारीरिक बायोलॉजिकल क्लॉक सही तरीके से काम करती है जिससे हामीस, एंजाइम न्यूरो ट्रांसमीटर और हैप्पी हार्मोंस का स्त्राव सही तरीके से होता है कार्यक्रम के अंत में डॉ रजनी चौधरी द्वारा प्राकृतिक चाय के साथ एवं मिलिट्स एवं फलाहार की प्रसादी वितरित की गई।

– आनंद कृष्ण कोठारी
अग्निहोत्र कार्यक्रम मुख्य समन्वयक
राजस्थान स्वास्थ्य योग परिषद