जिले के गोशाला संचालक बुधवार से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। पशुपालन विभाग के बाहर धरना दे रहे गोशाला संचालकों का कहना है कि सरकार ने उनके अनुदान का करीब 12 करोड़ रुपए रोक लिया है। जिसकी वजह से गोशाला संचालकों को गोशाला चलाना मुश्किल हो गया है। फिलहाल गोशाला में ब्याज से पैसा लेकर गायों को चारा खिलाया जा रहा है। जो सभी गोशाला संचालकों के लिए काफी मुश्किल है।

गोशाला संचालकों ने अनिश्चितकालीन धरना देकर सरकार से जल्द से जल्द गोशाला संचालकों का बकाया अनुदान जल्द से जल्द दिलाने की मांग की है ताकि गोशाला में चारा आदि ला सके और लोगों का बकाया भी चुका सके।

श्री मामड़िया जी गोशाला, सांगड़ के नारायण देव शास्त्री ने बताया कि साल 2023 का अप्रैल से जुलाई महीने तक का भुगतान करीब 12 करोड़ रुपया है जो सरकार ने किसी कारणों से रोका है। जबकि उसकी वित्तीय स्वीकृति भी जारी हो चुकी है। ऐसे में सभी गोशाला संचालकों का गोशाला चलाना ही बहुत मुश्किल हो गया है। उन्होने बताया कि सभी गोशाला संचालक बाजार से 3 रुपए प्रति सैकड़ा के हिस्साब से ब्याज पर पैसा लेकर गायों को चारा खिला रहे हैं। लोग उनसे पैसों के लिए तकाजा कर रहे हैं। मगर सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

ऐसे में सभी गोशाला संचालकों ने परेशान होकर पशुपालन विभाग के आगे टैंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है। अगर सरकार ने समय रहते गोशालाओं का भुगतान नहीं किया तो वे आमरण अनशन पर बैठेंगे।

तनेराव सिंह
जैसलमेर