बीकानेर। माॅरिशस की आजादी के अग्रदूत एवं माॅरिशस के राष्ट्र संत स्वामी कृषणानंद सरस्वती के नाती स्वामी कृषणानंद जी के प्रपौत्र इंजीनियर कुणाल रतनू बी.टेक एवं पौत्र कैलाश सिंह रतनू ह्युमन सर्विस ट्रस्ट माॅरिशस एवं कृषणानंद सेवा आश्रम माॅरिशस के निमंत्रण पर अपनी 9 दिवसीय यात्रा पर एक मार्च को बीकानेर के नाल एयरपोर्ट से दिल्ली होते हुए माॅरिशस प्रस्थान करेंगें। कुणाल रतनू एवं कैलाश सिंह रतनू माॅरिशस के ग्रांड बेसिन पर गंगा तालाब पर आयोजित महाशिवरात्री महोत्सव में बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में शरीक होंगे। महाशिवरात्रि महोत्सव माॅरिशस के इस समारोह के मुख्य अतिथि माॅरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ होंगे। ज्ञात रहे स्वामी कृषणानंद की जन्म भूमि राजस्थान की बीकानेर एवं जोधपुर सरहद पर बसा हुआ गांव दासोङी रहा है, अभी हाल ही में कुणाल रतनू अपने पिता हिंगलाज दान रतनू, सहायक निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग राजस्थान सरकार राजस्थान सूचना केंद्र कोलकाता के संग भारत में माॅरिशस के राजदूत हाईकमीशन हेमनदोयाल दीलम के साथ चाणक्यपुरी नई दिल्ली स्थित माॅरिशस दूतावास में शिष्टाचार भेंट कर चूके है। कैलाश सिंह रतनू स्वामी कृषणानंद जी सरस्वती के पौत्र है और राजस्थान में स्वामी जी के सेवा कार्यों को संचालित कर रहे हैं। कुणाल रतनू एवं कैलाश सिंह रतनू माॅरिशस में कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे जिसमें ह्युमन सर्विस ट्रस्ट माॅरिशस के चेयरपर्सन प्रेमचन्द बुझावन मुंशी जी के साथ भेंट करेंगे एवं जीओपीआईओ माॅरिशस (ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन पीपल ऑफ इंडियन ऑरिजन) की मीटिंग में शामिल होंगे और स्वामी कृष्णानंद जी सरस्वती के सेवा मिशन से जुङे हुए अनेक विशिष्ट जनों से मुलाकात करेंगे। इनकी यह यात्रा हाल ही में माॅरिशस के राजदूत हाईकमीशन हेमनदोयाल दीलम एवं हिंगलाज दान रतनू के संग माॅरिशस दूतावास में हुई अति महत्वपूर्ण मुलाकात के फलस्वरूप बीकानेर एवं माॅरिशस को जोङने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। इंजिनियर कुणाल रतनू और कैलाश सिंह रतनू इस दरम्यान स्वामी कृषणानंद स्मारक (समाधि स्थल) पर बीकानेर, राजस्थान एवं भारत की तरफ से पुष्प गुच्छ और श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे और उस महान विभूति की पावन स्मृति स्थल पर नतमस्तक होंगे। वे 11 मार्च को भारत लौटेंगे।