उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा- 2021 के पेपर लीक मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं.  बीकानेर और पाली में एग्जाम सेंटर और उसके बाहर से कई आरोपी पकड़े थे,जिनके मोबाइल में पेपर भी मिल गया था.सूत्रों कि मानें तो ये पेपर लीक स्कूल के एक सचिव ने किया था.

इसके बाद भी खुलासा किया, न ही पेपर को लीक माना. उलटा गुपचुप मामले में चार्जशीट पेश कर दी. जानरकारों कि मानें तो सबसे चौकाने वाला तथ्य यह है कि पेपरलीक की जानकारी ढाई साल पहले परीक्षा की पहली पारी में ही मिल गई थी.

इस मामले में एसओजी ने राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) से मंगलवार को 15 प्रशिक्षु थानेदारों को और हिरासत में लिया है. एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि इनमें 2 महिला भी है. एसआई भर्ती 2021 में डमी अभ्यमी बैठाने व परीक्षा से पहले पेपर लेने के मामले में बड़ी संख्या में अन्य शिकायतें भी एसओजी को मिली थीं.

सरगना दिनेश बेनीवाल सहित 6 जनों को पकड़ा था

आरपीएससी ने यह परीक्षा 13, 14 व 15 सितम्बर 2021 को कराई थी. पहले दिन परीक्षा सुबह 10-12 बजे थी. इसी दौरान पुलिस ने बीकानेर की मुरलीधर व्यास कॉलोनी में पेपर लीक के सरगना दिनेश बेनीवाल सहित 6 जनों को पकड़ा था. बीकानेर पुलिस को दिसम्बर 2021 में कोर्ट में पेश चार्जशीट में बताया कि इनको पेपर राजाराम, विश्वस विश्नोई, नरेन्द्र खीचड़ व दिनेश सिंह चौहान ने उपलब्ध कराया था.

दिनेश ने पेपर 15 लाख रुपए मैं बेचा था. पेपर बीकानेर की श्रीराम सहाय आदर्श सीनियर सेकंडरी स्कूल के सचिव दिनेश सिंह चौहान ने चुरा कर परीक्षा शुरू होने से पहले वाट्सऐप पर राजाराम को दिया था.

बेनीवाल के सहयोगी नरेंद्र खीचड़ को पकड़ा

बीकानेर में चल रही इस कार्रवाई के दौरान ही एक अभ्यर्थी पाली में पकड़ा गया. 13 सितंबर को ही पहली पारी में परीक्षार्थी राजेश बेनीवाल को सेंटर प्रभारी ने पकड़ा. तलाशी में उसके पास मोबाइल मिला,जिसमें पेपर के साथ प्रश्नों के क्रम से. उत्तर भी मिल गए. उसके मोबाइल में एक नंबर एग्जाम मास्टर के नाम से सेव था. जिससे उसे पेपर मिला था. पुलिस ने परीक्षा केंद्र संचालक की सूचना के बाद बेनीवाल के सहयोगी नरेंद्र खीचड़ को पकड़ा,जो बाहर एसयूवी कार में बैठा अन्य अभ्यर्थियों को पेपर हल करवा रहा था.