पोकरण क्षैत्र के छायण गाँव में ग्राम पंचायत द्वारा अनियमितता बरतते हूए ड्रोन सर्वे 2.0 नक्शा तैयार किया गया जो की खसरा संख्या 120,121,122 को छायण प्रथम की आबादी भूमि से बाहर बताया गया है लेकिन छायण प्रथम के ग्रामीणों ने मांग की है कि छायण प्रथम व छायण द्वितीय की आबादी भूमि के मध्य सरहदी पीलर, मूण्डे / सुरिया जो सेटलमेंट से लगे हूए है जिन्हें ग्राम पंचायत द्वारा ड्रोन सर्वे करते वक्त सभी पिलर / मुण्डे / सुरियो को नजरअंदाज कर सीमाज्ञान किया गया है तथा नवीन स्वामित्व नक्शा 2.0 तैयार किया गया है जो गलत है । छायण प्रथम की पुरानी आबादी भूमि के खसरा के 120 में पुराना कुड़ेल कुआ व खसरा संख्या 121 में बिचला कुआ स्थित है जिसे वर्तमान स्वामित्व नक्शा 2.0 में छायण प्रथम की आबादी भूमि से बाहर रखा गया है जो गलत है । यह है कि वर्ष 1982 में ग्राम पंचायत छायण के तत्कालीन सरपंच व ग्राम सेवक द्वारा एक मास्टर प्लान नक्शा तैयार किया गया है तथा उसमें गलिया व रास्तो को छोड़कर प्लोटों का अंकन किया गया है व उसी अनुरूप छायण प्रथम में पट्टे वितरीत किये गये हैं । जो आबादी भूमि के अन्दर हैं उन्हें ही ड्रोन सर्वे 2.0 में आबादी से बाहर बताया गया है जो गलत है। उपखंड अधिकारी पोकरण के आदेश संख्या 1177 दिनांक 21.2.1977 के अनुसार छायण प्रथम मे आबादी भूमि का आवंटन हूआ खसरा संख्या 124 में 59 बीघा एवं खसरा संख्या 114 में 55 बीघा भूमि आबादी के लिए आवंटित हूई थी उसकी तरमीन विद्यालय की भूमि खसरा संख्या 739 /124 के दक्षिण भाग से लेकर खारिणा जाने वाले कटाण मार्ग मिलान किया हूआ था और उसी जगह जो 53 बीघा भूमि आवंटित हूई थी दो तरमीन आकर मिली हूई थी वर्ष 2003 _ 2004 में तहसील पोकरण में पुराने लठ्ठा ट्रेसो / कपड़े के नक्शो को बदला गया था क्योंकि कुछ नक्शे दिखने में फीके पड़ रहे थे जब पुराने लठ्ठा ट्रेस नक्शों से नये नक्शे तैयार किये गये थे उस समय तरमीन में जानबुझकर गलत अंकन करके अपने निजि व्यक्तियों को लाभ पहूचाने के उद्देश्य से किया गया । जो 59 बीघा आबादी भूमि थी उसी में पंचायत घर ,पटवार घर, होस्पिटल एवं अन्य लोगो के पट्टे बने हुए हैं उन्हें तरमीन बदलकर बाहर कर दिया । वर्तमान में ग्राम पंचायत छायण में प्रदर्शित स्वामित्व नक्शा 2.0 देखने पर पता चला की जो तरमीन स्कूल को आवंटित भूमि से की गयी थी वो बदल गयी है पंचायत घर, पटवार घर, होस्पिटल एवं पुराने मकान बाहर हो गये हैं जबकी इनके पट्टे बने हुए हैं ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में आपत्ति दर्ज कराते हुए मांग की है की ग्राम पंचायत छायण का मास्टर प्लान नक्शा वर्ष 1982 में बनाया गया था उसी के अनुसार पट्टे आवंटित किये गये थे । ग्रामीणों ने वर्तमान ग्राम पंचायत द्वारा तैयार स्वामित्व नक्शा 2.0 सर्वे पत्र में संशोधन करने के लिए आपत्ति दर्ज कराई की छायण प्रथम के सरहदी पीलर, मुण्डे / सुरियो से राजस्व विभाग के कर्मचारी की एक कमेटी गठित कर आमजन की उपस्थिति में सीमाज्ञान कर मोका फर्द तैयार करे, वर्ष 2003_2004 से पहले के लठ्ठा ट्रेस राजस्व नक्शा अनुसार नवीन नक्शा में संशोधन किया जावे व उसी अनुरूप स्वामित्व नक्शा 2.0 तैयार किया जावे, वर्तमान राजस्व लठ्ठा ट्रेस नक्शा की तरमीन में संशोधन करने वाले तत्कालीन पटवारी व उसमें शामिल व्यक्तियों के सम्बन्ध में जांच कर कानुनी कार्यवाही की जावे इन सभी मांगों को लेकर कार्यालय ग्राम पंचायत छायण में दैनिक भास्कर पोकरण संस्करण में 25.02.24 को एक आपत्ति आमंत्रण सूचना जारी कर समस्त ग्राम वासियों को सूचित किया गया था तब से ग्रामीण आपतियो को लेकर ग्राम पंचायत कार्यालय पहूंच रहे हैं लेकिन ग्राम पंचायत छायण में ताला लगा रहता है आपत्ति लेने वाला भी कोई नहीं है इस पर ग्रामीणों ने शुक्रवार को दिनभर धरना दिया बीडीओ नाचना जितेंद्र सिंह को सूचना दी लेकिन, छायण सरपंच, ग्राम सेवक छायण, तथा ग्राम पंचायत के कर्मचारी दिन भर टालमटोल करते रहे और शाम 6 बजे तक कार्यालय ग्राम पंचायत छायण का ताला नही खोला और न ही ग्रामीणों को अवलोकन के लिए नक्शा दिखाया गया इस पर ग्रामीणों ने रोष जताया । ग्रामीणों ने कहा की इस समन्ध में एसडीएम पोकरण एवं जिला कलेक्टर जैसलमेर को ज्ञापन सौंप कर दर्ज आपतियो के अनुरूप लठ्ठा ट्रेस नक्शों को ध्यान में रखते हुए पुरानी सेटलमेंट के टाइम के पीलर, मुण्डे /सुरियो के अनुसार नक्शा 2.0 तैयार हो जिससे ग्रामीणों को राहत मिल सके । ग्रामीण स्वरूप शर्मा, इन्द्र सिंह , प्रयाग सिंह, जोगराज सिंह, सांगीदास जाजड़ा, देवीसिंह, चन्दन सिंह, जितेंद्र शर्मा, दिनेश शर्मा, गोपाल सिंह, सवाई लाल, जसराज, बाबुसिंह सहित सभी ग्रामीण रहे मौजूद